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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 29 जनवरी को 'मन की बात' में CBSE की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर खासतौर पर बात की.
मन की बात में पीएम की एग्जाम के लिए छात्रों को सलाह- स्माइल मोर, स्कोर मोर
इन परीक्षाओं के नंबर कई अच्छे कॉलेजों में एडमिशन का पैमाना बनते हैं. साथ ही स्टूडेंट्स के इंटेलिजेंट का आधार भी यही नंबर बनते हैं. यही वजह को लेकर स्टूडेंट्स बहत तनाव में रहते हैं.
पेरेंट्स भी बच्चों पर ज्यादा से ज्यादा स्कोर करने का दबाव बनाते हैं जिसके चलते अक्सर छात्र परीक्षा के तनाव आ जाते हैं. बोर्ड की परीक्षाओं में बेहतर स्कोर कैसे किया जाए, इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ खास पॉइंट्स बताए हैं.
आप भी जानें इन बातों को और इस बार बोर्ड में बिना किसी दबाव के 90% से ज्यादा नंबर पाएं-
1. नंबरों पर फोकस करने की बजाय ज्ञान पर ध्यान केन्द्रित करें. इससे आपके कॉन्सेप्ट क्लीयर होंगे और सीबीएसई की परीक्षा में घुमाकर पूछे गए सवालों को भी आप आसानी से हल कर पाएंगे.
2. स्माइल मोर एंड स्कोर मोर! परीक्षा को लेकर मन पर बोझ न रखें. इसे उत्सव की तरह लें. यानी जिस तरह त्योहारों पर दिल से खुशी मनाई जाती है, उसी तरह परीक्षा के दिनों में मन लगाकर पढ़ाई करें.
3. परीक्षा के दिनों में उचित आराम भी जरूरी है. एक से दो घंटे की पढ़ाई के बीच 10-15 मिनट का ब्रेक जरूर लें. जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा - जो पढ़े वो खेले भी और जो खेले वो खिले.
4. CBSE की 10वीं-12वीं की परीक्षाओं को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को तनाव से बचने की सलाह दी है. उन्होंने कहा- मेमोरी को रिकॉल करने की सबसे बड़ी दवा रिलेक्शेसन है. तनाव से याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है. तनाव को दूर करने के लिए गहरी सांस लें.
5. प्रधानमंत्री मोदी ने पेरेंट्स के लिए कहा कि वे बच्चों पर अपनी अपेक्षाओं का बोझ न डालें. उन्होंने समझाया कि अपेक्षाएं राह में बाधाएं लाती हैं, जबकि अवस्था को स्वीकारने से रास्ता आसान होता है.
6. नकल करने में दिमाग लगाने से बेहतर है कि उतना ध्यान पढ़्राई में लगाया जाए. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- नकल की प्लानिंग करने में जितना समय और दिमाग खर्च होता है, उसमें अच्छे नंबर की तैयारी आराम से की जा सकती है.
Board Exams: नहीं लगता पढ़ने में मन, तो कुछ ऐसा करें
7. पीएम ने छात्रों को पूर्व राष्ट्रपति और महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरणा लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि सचिन की तरह अनुस्पर्धा (खुद से प्रतिस्पर्धा) रखना आपको आगे लेकर जाएगा. वहीं एग्जाम में फेल होने के मतलब जिंदगी में हारना नहीं है. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति कलाम भी एयरफोर्स के एग्जाम में फेल हो गए थे.
वैसे, पीएम ने कहा कि परीक्षा और अंक का आपके जीवन में सीमित महत्व है. इसे सब कुछ ना समझें. बस ईमानदारी से मेहनत करें.