
संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने मंगलवार शाम को सर्वदलीय बैठक बुलाई. इस बैठक के केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि मीटिंग में शीतकालीन सत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई और सभी पार्टियों ने अपनी राय बताई. प्रधानमंत्री ने सभी पार्टियों से अपील की कि वे इस सत्र को चर्चा के लिए इस्तेमाल करें और लोगों की भलाई से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो. कुमार के मुताबिक, 'प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि लोकसभा और राज्यसभा चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं पर भी चर्चा होनी चाहिए.'
गुलाम नबी बोले- इस बार विपक्ष की एकजुटता नहीं टूटेगी
बैठक खत्म होने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि इस बार सरकार विपक्ष की एकजुटता तोड़ने का कितना भी प्रयास करे, हम नहीं टूटेंगे. उन्होंने कहा, 'हम वन रैंक वन पेंशन...किसान...इन सब पर चर्चा करना चाहते हैं.
संसद के इस सत्र में नोटबंदी के मुद्दे के छाए रहने की संभावना है. विपक्ष हमलावर है और एकजुट होकर सभी दल सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. इस बैठक में सीपीआई, सीपीएम, एनसीपी, आरजेडी, जेडीयू, टीएमसी के नेता शामिल हुए. इसके अलावा समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र यादव और बीएसपी के नेता सतीश मिश्रा भी बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे.
इससे पहले नोटबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को बैठक बुलाई, जिसमें संसद के आगामी सत्र में सरकार को इस मुद्दे पर घेरने के लिए रणनीति तय की गई. 10 जनपथ पर हुई इस बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद थे. बुधवार से संसद को शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है और नोटबंदी के सरकार के हालिया फैसले के खिलाफ विपक्ष एकजुट है और इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है.
संसद के इस सत्र में नोटबंदी के मुद्दे पर सरकार के विरोध में विपक्ष एकजुट है और ऐसे में सरकार को भी अपनी रणनीति मजबूत तरीके से रखनी होगी.
फैसले पर पीछे नहीं हटेगी सरकार
नोटबंदी के फैसले पर समूचा विपक्ष एकजुट दिख रहा है. इस बीच सोमवार को यूपी के गाजीपुर की अपनी जनसभा में पीएम मोदी ने नोटबंदी के फैसले को कड़क चाय की तरह बताया. प्रधानमंत्री ने एनडीए की बैठक में साफ कर दिया कि फैसले पर पीछे हटने का कोई सवाल ही नहीं होता और जनता सरकार के फैसले के साथ है.
समूचा विपक्ष एकजुट
नोटबंदी के सरकार के फैसले पर समूचा विपक्ष एकजुट है और जनता को हो रही दिक्कतों का मुद्दा उठाकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है. 16 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में सरकार को घेरने के लिए तमाम विपक्षी दल अपनी रणनीति बनाने में जुटे हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर काफी मुखर हैं. इस मामले पर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और बीएसपी समेत तमाम विपक्षी दल एक सुर में बात कर रहे हैं.
GST और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर भी चर्चा
संसद के इस सत्र में नोटबंदी के साथ-साथ जीएसटी, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है.