
यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सियासी दल जोरशोर से चुनाव प्रचार में जुटे हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की किसान यात्रा के जवाब में बीजेपी सूबे के चार क्षेत्रों से चार यात्राएं शुरू करने जा रही है. पार्टी के दिग्गज नेता राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र और अन्य सीनियर नेता इन यात्राओं में हिस्सा लेंगे. आखिर में पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह लखनऊ में एक बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं. इन यात्राओं की खास बात यह है कि ये नवरात्रि के समय शुरू हो रही हैं.
असम चुनाव से पहले कामाख्या पूजा
वैसे भी पीएम मोदी का नवरात्रि से गहरा रिश्ता है. मोदी नवरात्रि के नौ दिनों तक व्रत रहते हैं. बीते अप्रैल में नवरात्रि के पहले दिन पीएम मोदी ने असम के मशहूर कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना कर अपने व्रत की शुरुआत की थी. मोदी ने शक्तिपीठ के दर्शन भी किए. इस पूजा के बाद पीएम मोदी ने असम में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत भी की. सूबे में हुए चुनाव में बीजेपी को जीत हासिल हुई और सूबे में पहली बार भगवा पार्टी की सरकार बनी.
चार दशकों से नवरात्रि व्रत
पीएम मोदी नवरात्रि में नौ दिन व्रत रखते हैं और उन्होंने पहली बार इसकी जानकारी 2012 में दी जब वो गुजरात के सीएम थे. उन्होंने अपने ब्लॉग में बताया था कि वो बीते 35 वर्षों से यह व्रत रखते आ रहे हैं. मोदी के मुताबिक वो आत्मं-शुद्धिकरण के लिए यह व्रत रखते हैं. उनके मुताबिक इस व्रत से उन्हेंम शक्ति मिलती है और साथ ही वह हर रात को मां दुर्गा से संवाद करने में समर्थ हो पाते हैं.
व्हाइट हाउस में लिया था नींबू पानी
नरेंद्र मोदी पीएम बनने के बाद सितंबर 2014 में अपने पहले अमेरिका दौरे पर गए तो 29 सितंबर को बराक ओबामा ने उनके सम्मान में व्हाइट हाउस में डिनर आयोजित किया था. लेकिन पीएम मोदी ने उस दौरान भी केवल नींबू पानी और फल ही खाए थे. नौ दिनों तक उपवास के बाद भी पीएम मोदी की एनर्जी में कोई कमी नहीं थी और यह देखकर ओबामा भी काफी हैरान हुए थे. जब उन्होंने मोदी से इसका राज पूछा था तो उन्हों ने इसका क्रेडिट योग और ध्यान को दिया था.
बिहार चुनाव में रद्द करनी पड़ी थी रैलियां
पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भी नवरात्र पड़ा था. इस चुनाव में पार्टी का अग्रणी चेहरा रहे पीएम मोदी की नवरात्रि के दौरान कई रैलियां रद्द करनी पड़ी थीं. इन रैलियों को रद्द करने के लिए तमाम वजहें गिनाई जा रही थीं तो विरोधी निशाना भी साध रहे थे लेकिन एक बात यह भी उभर कर आई कि उस वक्त मोदी का नवरात्रि व्रत था, इसलिए उनकी रैलियां रद्द की गई थीं.