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पीएम, राष्‍ट्रपति के विमान पर नहीं होता है मिसाइस हमले का असर

यूक्रेन में जिस तरह से एक नागरिक विमान को मिसाइल से मारकर गिरा दिया गया और सैकड़ों बेगुनाहों की जान चली गई उससे तो सभी हतप्रभ हैं. खबर यह भी है कि पीएम नरेन्द्र मोदी का विमान भी उसी रूट पर था और थोड़ा पीछे था. वैसे तो यह चिंता का विषय है लेकिन सच तो यह है कि पीएम और राष्ट्रपति की यात्रा के लिए खास तौर से तैयार किया गया विमान जो एयर इंडिया वन का हिस्सा है, मिसाइल सेफ है.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2014,
  • अपडेटेड 7:25 AM IST

यूक्रेन में जिस तरह से एक नागरिक विमान को मिसाइल से मारकर गिरा दिया गया और सैकड़ों बेगुनाहों की जान चली गई उससे तो सभी हतप्रभ हैं. खबर यह भी है कि पीएम नरेन्द्र मोदी का विमान भी उसी रूट पर था और थोड़ा पीछे था. वैसे तो यह चिंता का विषय है लेकिन सच तो यह है कि पीएम और राष्ट्रपति की यात्रा के लिए खास तौर से तैयार किया गया विमान जो एयर इंडिया वन का हिस्सा है, मिसाइल सेफ है.

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इसमें एडवांस्ड मिसाइल वार्निंग सिस्टम है जो मिसाइल हमले की स्थिति में तुरंत पायलट को सूचना देता है. यह बोइंग 747-400 विमान है और इसमें वे सभी सुरक्षा उपकरण हैं जो अमेरिकी राष्ट्रपति के विमान में हैं.

एयर इंडिया वन जिसे AI-1 या AIC001 भी कहते हैं दरअसल पीएम, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की यात्रा के लिए खास तौर से मंगाए और तैयार किए गए विमान हैं. इनका एक पूरा बेड़ा है और ये कोई मामूली विमान नहीं हैं और न ही इन्हें सिविलियन पायलट उड़ाते हैं. इन्हें एयर फोर्स के अनुभवी पायलटों द्वारा उड़ाया जाता है. ये पालम एयर फोर्स बेस में कडी़ सुरक्षा व्यवस्था में रखे जाते हैं और उनके लिए खास तौर से एक स्क्वाड्रन बनाया गया है. लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि इनमें सुरक्षा की तगड़ी व्यवस्था है. इनमें रेडार वार्निंग सिस्टम, मिसाइल-अप्रोच वार्निंग और मिसाइल के आने पर उसका मुकाबला करने वाले उपकरण लगे हुए हैं. ये उपकरण मिसाइल के आने पर उसे भटकाने के लिए कई तरह के काम करते हैं मसलन वे आग के शोले हवा में चारों ओर फेंकते हैं जिससे मिसाइल कन्फ्यूज हो जाता है.

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ज्यादातर मिसाइल ऐसे होते हैं जो गर्म हवा की ओर जाते हैं यानी हवाई जहाज के इंजन से निकलती गर्मी का पीछा करते हैं और फिर हमला करते हैं लेकिन इन विमानों में उसे भटकाने के पूरे उपाय हैं. इसके अलावा मिसाइल के आने पर वह धातु के टुकड़े हवा में उड़ाकर मिसाइल को बेकार कर सकता है. विमान को निशाना लगाकर चलाए गए मिसाइल को रोकने का यह कारगर तरीका है. इसके अलावा भी वह अन्य तरह के मिसाइलों को यह भटका सकता है. इसमें जैमर भी लगा होता है जो रिमोट कंट्रोल से चलने वाले किसी भी उपकरण को निरस्त कर सकता है. इसके अलावा भी इसमें कुछ सुरक्षा उपकरण लगे हुए हैं जिनके बारे में सूचना सार्वजनिक नहीं की जाती है. इतना ही नहीं इन विमानों में ऐसी वायरिंग की गई है कि वे परमाणु हमले की गर्मी को भी झेल सकते हैं.

एयर इंडिया वन के बोइंग विमान में में कुल 383 किलोमीटर की वायरिंग है जो किसी भी तरह के झटके से उसे बचाती है. इन विमानों में सैटेलाइट कम्युनिकेशन सिस्टम है जिससे वे इंडियन एयरफोर्स से हमेशा जुड़े होते हैं. ये विमान 41,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं. इनमें हवा में ही ईंधन भरने की भी व्यवस्था होती है.

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