
पश्चिमी देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के चलते दो दुश्मन देशों ने कुछ देर के लिए अपनी दुश्मनी को भुला दिया. दरअसल फिलीस्तीन के रामल्लाह जाने के लिए पीएम मोदी को जॉर्डन की सरकार ने अपना हेलिकॉप्टर दिया. खास बात ये रही कि पीएम मोदी के इस हेलिकॉप्टर को इजराइल की एयर फोर्स ने दुश्मन देश फिलीस्तीन के आकाश में एस्कॉर्ट किया.
ये पीएम मोदी की दोस्ती का ही कमाल था कि दोनों देशों ने उनकी सुरक्षा के लिए कुछ देर के लिए अपनी दुश्मनी को एक किनारे कर दिया. नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इजरायल की भी यात्रा की है और अब फिलीस्तीन पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी जॉर्डन होते हुए फिलीस्तीन पहुंचे.
फिलिस्तीन की यात्रा करने वाले नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं. 1960 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू गाजा गए थे, लेकिन तब फिलीस्तीन का वजूद नहीं था. फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने प्रोटोकॉल तोड़कर पीएम मोदी का स्वागत किया.
पिछले साल ही पीएम मोदी इजराइल गए थे. वहां जिस गर्मजोशी से उनका इस्तकबाल हुआ, उसे पूरी दुनिया ने देखा. मोदी के बुलावे पर इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी हाल ही में भारत दौरे पर आए थे.
इजरायल-फिलीस्तीन का खूनी संघर्ष
दुनिया के इतिहास में ये वो दो पड़ोसी देश हैं, जिनकी सीमाएं ना जाने कितने नागरिकों के खून से नहाई हैं और जो एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं. गाजा पट्टी को लेकर दोनों मुल्कों में हमेशा से विवाद रहा है. लेकिन अब पीएम मोदी के रूप में कम से कम फिलीस्तीन को तो उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है.
फिलीस्तीन के राष्ट्रपति महबूब अब्बास ने मोदी की यात्रा से पहले कहा है कि 'हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक यात्रा से भाव-विभोर हैं. ये यात्रा भारत और इजरायल के लोगों के भाईचारा वाले संबंधों की मजबूती का इजहार करेगा. हम शांति प्रक्रिया की ताजा गतिविधि और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर भी प्रधानमंत्री मोदी से बात करेंगे.'