
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को चेन्नई पहुंचे. जयललिता का बीती रात चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया था. हवाई अड्डे पर उनकी आगवानी के लिए राज्यपाल विद्यासागर राव पहुंचे. प्रधानमंत्री राजाजी हाल जाने के लिए एक हेलीकाप्टर पर चढ़कर आईएनएस अडयार पहुंचे. राजाजी हाल में जयललिता के पार्थिव शरीर को रखा गया है. प्रधानमंत्री मोदी के जयललिता के साथ व्यक्तिगत समीकरण काफी अच्छे रहे हैं.
मोदी ने जयललिता के निधन की खबर आने के बाद ट्वीट्स कर लिखा कि सेल्वी जयललिता के निधन से बहुत दुख हुआ. उनके निधन से भारतीय राजनीति में बहुत बड़ा शून्य उत्पन्न हो गया है. गरीबों के लिए कई लोकप्रिय योजनाएं चलाने वाली जयललिता राज्य की एक लोकप्रिय नेता थीं. पिछले 75 दिन से जयललिता चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती थीं. रविवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ा और जिंदगी के लिए संघर्ष करने के बाद उन्होंने बीती रात साढ़े ग्यारह बजे अंतिम सांस ली.
जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए उमड़ा विशाल जनसमूह
जयललिता को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां स्थित राजाजी हाल के मैदान में जनसमूह उमड़ पड़ा है. जयललिता का पार्थिव शरीर राजाजी हॉल में ही रखा गया है. धर्म, जाति और उम्र की सीमाओं से परे लोग बड़ी संख्या में अपनी प्यारी और श्रद्धेय नेता जे जयललिता को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं. शहर में सार्वजनिक परिवहन के साधन नहीं चल रहे हैं और ऐसे में लोगों को लंबी दूरी तक पैदल चलने में भी परहेज नहीं है. शहर के बीचों बीच, अन्ना सलाई के करीब स्थित राजाजी हॉल में उदासी और दुख के माहौल के बीच, नम आंखें लिए लोग अम्मा की आखिरी झलक पाने के लिए पहुंच रहे हैं.
जयललिता के अनुयायी उन्हें अम्मा कहकर पुकारते थे. राजाजी हॉल की ओर जाने वाली सभी सड़कों में लोगों की भारी भीड़ है. लोग अपनी नेता के अंतिम दर्शन के लिए बहुत दूर से पैदल चले आ रहे हैं. भारी भीड़ के कारण सड़कों पर सार्वजनिक यातायात के साधन भी बंद हैं. तड़के जयललिता का पार्थिव शरीर उनके आवास पोएस गार्डन से राजाजी हॉल लाया गया. तब से यहां लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. इस स्थान पर पर्याप्त संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है, लेकिन उसे भी भीड़ को नियंत्रित करने में कठिनाई हो रही है.