
बीजेपी के संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को लेकर शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा करने वाले विपक्ष पर निशाना साधा. सत्र के आखिरी दिन पीएम मोदी ने सदन शुरू होने से पहले संसदीय दल की बैठक बुलाई जिसमें उन्होंने कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को आड़े हाथों लिया. जानें विपक्ष के लिए देश से क्यों बड़ा है दल और क्या कह गए थे चाणक्य.
1. 1971 में नोटबंदी की जरूरत थी, जो आज हमने किया है.
2. चुनावों के लिए नोटबंदी का काम तब रोका गया था.
3. इंदिराजी के वित्त मंत्री कह रहे थे कि ये जरूरी है लेकिन तब ये नहीं किया गया.
4. अगर ये तब हो गया होता तो आज देश बर्बाद नहीं होता.
5. कम्युनिस्ट पार्टी अपनी विचारधारा से उखड़ चुकी है.
6. भ्रष्टाचार के समर्थन में विपक्ष जुट गया है.
7. आपने 88 से अब तक बेनामी संपत्ति वाला कानून लागू क्यों नहीं किया.
8. और अब जब हम लागू कर रहे हैं तो हम पर चिल्ला रहे हैं.
9. चाणक्य नीति में कहा गया है कि अन्याय से कमाया हुआ धन केवल दस वर्ष टिकता है. 11 वर्ष लगने के बाद वो खुद ही खत्म हो जाता है.
10. हम इस देश को काला धन से मुक्त बनाएंगे.
इसलिए विपक्ष के लिए देश से बड़ा दल है और हमारे लिए दल से बड़ा देश है.....