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जानलेवा बना PMC बैंक का फ्रॉड! जानिए कैसे फंसे ग्राहकों के 11,600 करोड़

पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारक संजय गुलाटी की दिल का दौरा पड़ने की वजह से मौत हो गई है. पीएमसी बैंक में संजय गुलाटी के चार खाते हैं, जिसमें 90 लाख रुपये जमा हैं.

पीएमसी बैंक में ग्राहकों के 11,600 करोड़ रुपये फंस गए पीएमसी बैंक में ग्राहकों के 11,600 करोड़ रुपये फंस गए
दीपक कुमार
  • मुंबई,
  • 15 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 2:30 PM IST

  • पीएमसी बैंक की महाराष्‍ट्र समेत अन्‍य राज्‍यों में 137 शाखाएं हैं
  • बैंक में ग्राहकों के 11 हजार 617 करोड़ रुपये डिपॉजिट हैं

बीते 24 सितंबर को अचानक यह खबर आई कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक पर 6 महीने तक की पाबंदी लगा दी है. इसके तहत बैंक से नए लोन लेने पर रोक लग गई है तो वहीं कैश निकालने की लिमिट भी तय कर दी गई है.

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वैसे तो आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर फ्रॉड और गुमराह करने की वजह यह कार्रवाई की है. लेकिन केंद्रीय बैंक के इस फैसले से पीएमसी बैंक के ग्राहकों की बेचैनी बढ़ गई है. जरूरतमंद ग्राहक बैंक से अपने ही पैसे को नहीं निकाल पा रहे हैं और उन्‍हें रोजमर्रा की जिंदगी में तरह-तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही है.

जानलेवा बनी सख्‍ती!

ऐसी ही परेशानी पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के खाताधारक संजय गुलाटी भी झेल रहे थे. लेकिन संजय गुलाटी इन हालातों से लड़ नहीं सके और दिल का दौरा पड़ने की वजह से उनकी मौत हो गई है. संजय गुलाटी के परिवार का कहना है कि उनके पीएमसी बैंक में चार खाते हैं, जिसमें 90 लाख रुपये जमा है. बेटे के दिव्‍यांग होने की वजह से संजय को नियमित रूप से पैसे की जरूरत रहती थी लेकिन वह बैंक से पैसा नहीं निकाल पा रहे थे. यही वजह है कि वह बीते कुछ दिनों से परेशान थे.

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11,617 करोड़ का डिपॉजिट

करीब 35 साल पुराने पीएमसी बैंक में लाखों ग्राहकों की रकम फंसी हुई है. बैंक की आखिरी एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक बैंक में ग्राहकों के 11 हजार 617 करोड़ रुपये डिपॉजिट हैं. इनमें टर्म डिपॉजिट 9 हजार 326 करोड़ रुपये के करीब है जबकि डिमांड डिपॉजिट के तौर पर 2 हजार 291 करोड़ रुपये जमा हैं. ऐसे में अब सवाल है कि आखिर पीएमसी बैंक में ग्राहकों के पैसे कैसे फंस गए और कितनी रकम डिपॉजिट है. आइए जानते हैं पूरे मामले को....

क्‍यों हुई पीएमसी बैंक पर कार्रवाई?

दरअसल, पीएमसी बैंक के मैनेजमेंट पर गड़बड़ी का आरोप है. आरोप है कि बैंक के मैनेजमेंट ने अपने नॉन परफॉर्मिंग एसेट और लोन वितरण के बारे में आरबीआई को गलत जानकारी दी. पीएमसी बैंक द्वारा दिए गए लोन का करीब 73 फीसदी हिस्सा सिर्फ एक कंपनी हाउिसंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (HDIL) को दिया गया है, जो कि पहले से ही दिवालिया होने की प्रक्रिया से गुजर रही है.

बीते दिनों बैंक के पूर्व एमडी जॉय थॉमस ने आरबीआई को लिखे एक पत्र में अपनी गलती स्‍वीकार की और बैंक के फ्रॉड के बारे में जानकारी दी. इस पत्र में उन्‍होंने बताया कि पीएमसी बैंक का समूचा लोन एसेट यानी कर्ज देने की क्षमता 8,880 करोड़ रुपये का है, लेकिन HDIL को 6,500 करोड़ रुपये का लोन दिया गया जो कि इसका 73 फीसदी है. यह लोन देने की लिमिट का चार गुना ज्‍यादा है. अहम बात यह है कि पीएमसी बैंक ने आरबीआई को इस संबंध में जानकारी नहीं दी. यहां बता दें कि आरबीआई बैंकों को रेग्‍युलेट करती है. ऐसे में किसी भी बैंक का कोई भी फैसला आरबीआई की निगरानी में लिया जाता है.

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वहीं मुंबई पुलिस की जांच से खुलासा हुआ है कि पीएमसी बैंक के अधिकारियों ने खस्ताहाल कंपनी HDIL के शीर्ष अधिकारियों के व्यक्तिगत खातों में सीधे 2000 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए. यह रकम एचडीआईएल को लोन के नाम पर मंजूर की गई थी. नियम के मुताबिक यह रकम कंपनी के खातों में जानी चाहिए, लेकिन इसे सीधे शीर्ष अधिकारियों के खातों में भेज दिया गया.

पीएमसी बैंक की मौजूदा स्थिति

बहरहाल, इस पूरे मामले में जांच एजेंसियों की जांच जारी है. मामले में एचडीआईएल के प्रमोटर राकेश कुमार वाधवान और उनके बेटे सारंग वाधवान को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन जॉय थामस और वरयाम सिंह भी सलाखों के पीछे हैं.

सरकार का क्‍या है रवैया?

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण के मुताबिक पीएमसी बैंक के संकट को लेकर उन्‍होंने आरबीआई गवर्नर शक्‍तिकांत दास से मुलाकात की है और जल्‍द ही कोई ठोस कदम उठाया जा सकता है. वहीं टीवी टुडे नेटवर्क के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल के एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री अमित शाह ने भरोसा दिलाया है कि पीएमसी बैंक के ग्राहकों को पैसे लौटाने में किसी तरह तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी.

उन्होंने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत एक से दो महीने में लोगों के पैसे मिल जाएंगे. इस बीच, आरबीआई ने तीसरी बार कैश निकालने की लिमिट बढ़ा दी है. अब पीएमसी बैंक के ग्राहक 6 महीने में 40 हजार रुपये निकाल सकेंगे. बता दें कि पीएमसी बैंक की 137 शाखाएं हैं और यह देश के टॉप-10 को-ऑपरेटिव बैंकों में से एक है. इस बैंक का मुख्‍यालय मुंबई में है.

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