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प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से कहा है कि वह ये सुनिश्चित करे कि सैनिक स्कूलों के मॉडल जैसे ही अन्य सभी स्कूलों को डेवलेप किया जाए. इस आशय में पीएमओ ने एक मीटिंग बुलाकर एचआरडी को आवश्यक निर्देश भी दिए हैं.
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प्रकाश जावड़ेकर की अगुवाई वाली एचआरडी मिनिस्ट्री से कहा गया है कि वह देश भर के स्कूलों में सैनिक स्कूलों की तरह फीचर एड करे. इनमें केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय को अपडेट करना शामिल है.
खबर है पीएमओ ने सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन से भी इस बाबत बात की है, जिससे देश के करीब 20 हजार प्राइवेट स्कूल जुड़े हैं.
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क्यों खास हैं सैनिक स्कूल
सैनिक स्कूलों में बच्चों को इस तरह डेवलेप किया जाता है कि वे आर्मी के लिए तैयार हो सकें. पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें नेशनल केडिट कोर्प्स भी कराया जाती है. राष्ट्रीय मूल्यों को सिखाया जाता है और बचपन से ही इन्हें डिसिप्लिन सिखाया जाता है.
पीएमओ का कहना है कि इस गदम से बच्चों का संपूर्ण विकास हो सकेगा. इस तरह का कदम उठाने की पहली बात पिछले साल अक्टूबर माह में सेंट्रल एडवाइजरी बोर्ड ऑफ एजुकेशन की 64वीं मीटिंग में उठी थी.