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गीतांजलि ग्रुप में LIC के 25 करोड़ फंसे, वसूलना हुआ मुश्क‍िल

पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में हुए 12400 करोड़ पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12400 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले में रोज नई-नई परतें खुल रही हैं. नीरव मोदी और गीतांजलि के मेहुल चौकसी के द्वारा किए गए इस घोटाले की वजह से LIC का पैसा भी फंस गया है.रुपये से ज्यादा के घोटाले में रोज नई-नई परतें खुल रही हैं.

मेहुल चौकसी मेहुल चौकसी
विकास जोशी
  • नई दिल्ली,
  • 15 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 5:46 PM IST

पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12400 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले में रोज नई-नई परतें खुल रही हैं. नीरव मोदी और गीतांजलि के मेहुल चौकसी के द्वारा किए गए इस घोटाले की वजह से LIC का पैसा भी फंस गया है. जीवन बीमा निगम लिमिटेड (LIC) का गीतांजलि के पास करीब 25 करोड़ रुपये अटका हुआ है.

इस रकम के बदले LIC के पास गीतांजलि ग्रुप का हैदराबाद स्थित जेम स्पेशल इकोनॉम‍िक जोन (SEZ) की गारंटी है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक जीवन बीमा निगम ने ग्रुप को 125 करोड़ का लोन दिया हुआ था. इस लोन का ज्यादातर हिस्सा चुका लिया गया है. हालांकि अब उसके 25 करोड़ रुपये ग्रुप के पास अटक गए हैं. LIC ने गीतांजलि को टर्म लोन जारी किया था.

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जीवन बीमा निगम के लिए अब यह रकम वसूलना काफी मुश्क‍िल हो गया है. दरअलस LIC ने जिस संपत्त‍ि को गीतांजलि ग्रुप को दिए लोन के बदले गिरवी रखा था, उसको आयकर विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है.

बता दें कि हैदराबाद स्थित जेम्स एसईजेड गीतांजलि ग्रुप की सब्स‍िड‍री है. ग्रुप की अन्य संपत्त‍ियों की तरह ही इस प्रॉपर्टी को भी आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है. इस प्रॉपर्टी की कीमत 1,200 करोड़ रुपये के करीब बताई जा रही है.

हैदराबाद स्थ‍ित इस स्पेशल इकोनॉमिक जोन में सिर्फ नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ही नहीं, बल्क‍ि अन्य कई ज्वैलरी और डायमंड कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगी हुई हैं.

आयकर विभाग ने नीरव मोदी के खिलाफ सबसे पहले जनवरी, 2017 में कार्रवाई की थी. आयकर विभाग ने यह कार्रवाई कर चोरी के मामले में की थी. इस दौरान आयकर विभाग  ने गीतांजलि जेम्स प्रमोटर मेहुल चौकसी के बिजनेस का भी सर्वे किया था.

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बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12400 करोड़ रुपये के घोटाले में जांच एजेसियां लगातार जांच कर रही हैं. इससे कई नए तथ्य सामने आ रहे हैं.

गुरुवार को सीबीआई ने पंजाब नेशनल बैंक की ब्रैडी हाउस शाखा द्वारा चंद्री पेपर्स और एलायड प्रोडक्टस को नौ करोड़ रुपये का गारंटी पत्र 'फर्जी' तरीके से जारी किये जाने के संबंध में नई प्राथमिकी दर्ज की है.

अधिकारियों ने बताया कि पीएनबी कर्मचारी गोकुलनाथ शेट्टी और शाखा के एकल खिड़की संचालक मनोज करात को सीबीआई ने अपनी ताजा प्राथमिकी में नामजद किया है. गौरतलब है कि एजेंसी पहले से नीरव- चोकसी मामले में दोनों की जांच कर रही है.

उन्होंने बताया कि एजेंसी ने कंपनी और उसके निदेशकों को भी नामजद किया है. सूत्रों ने बताया कि नौ मार्च को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उसने कई परिसरों की तलाशी ली है. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि 31 मई, 2017 को सेवानिवृत्त होने वाले शेट्टी और करात ने कंपनी के निदेशकों आदित्य रासिवसिया और ईश्वरदास अग्रवाल के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचा.

 

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