
भूमाता ब्रिगेड की नेता तृप्ति देसाई को सोमवार को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में हिरासत में ले लिया गया. उन्हें उस समय हिरासत में लिया गया, जब वह शनि शिंगणापुर मंदिर की ओर जा रही थीं. पिछले महीने महिला श्रद्धालुओं को मंदिर के पवित्र चबूतरे पर चढ़ने की अनुमति नहीं दिए जाने के खिलाफ जमकर हंगामा हुआ था.
हालांकि, हिरासत में लिए जाने के बाद तृप्ति को रिहा भी कर दिया गया. अहमदनगर पुलिस ने बताया कि तृप्ति को शांति कायम रखने के मकसद से मंदिर जाने के रास्ते में एहतियातन हिरासत में लिया गया.
मंदिर के ट्रस्टी से करनी थी मुलाकात
तृप्ति ने प्रेसट्रस्ट को बताया कि उन्हें छह अन्य साथियों के साथ मंदिर की ओर जाने के रास्ते में हिरासत में लिया गया. वे वहां मंदिर के ट्रस्टी से मिलने जा रही थीं ताकि मंदिर में जारी लिंगाधारित पूर्वाग्रहों को समाप्त कर महिलाओं को पुजारी नियुक्त किया जाने के मुद्दे पर चर्चा की जा सके. उन्होंने कहा, 'किसी को शांतिपूर्ण मंशा के साथ किसी स्थान पर जाने से रोकना अलोकतांत्रिक है.'
मंदिर में महिलाओं को रोक के खिलाफ प्रदर्शन
तृप्ति ने शनि शिंगणापुर मंदिर के अंदरूनी चबूतरे पर महिलाओं का प्रवेश निषिद्ध करने के नियम का उल्लंघन करते हुए इस लिंगाधारित भेदभाव के खिलाफ देशव्यापी बहस छेड़ दी थी. देसाई के नेतृत्व में चार सौ से ज्यादा महिलाओं ने गत 26 जनवरी को इस नियम के खिलाफ प्रदर्शन किया था. उन्होंने इस महीने के शुरू में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मिलने का समय मांगा था ताकि वह ब्रिगेड की मांग पर चर्चा कर सके, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने मध्यस्थता का प्रयास किया था लेकिन वह गतिरोध को दूर करने में सफल नहीं हुए.