
जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के करीब पांच महीने बाद 5 और नेताओं को रिहा कर दिया गया है. रिहा किए गए नेताओं में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के दो पूर्व विधायक और नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो पूर्व विधायक के अलावा एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं.
रिहा किए गए सभी पांचों नेताओं को राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही हिरासत में लिया गया था. इन पांच नेताओं में अब्दुल जब्बार, बशीर अहमद मीर, जहूर अहमद मीर, यासिर रेशी और गुलाम नबी शामिल हैं. इन्हें श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल से रिहा किया गया है.
पिछले महीने डल झील के पास स्थित सेंचूर होटल से मुख्यधारा के कुल 35 राजनेताओं को एमएलए हॉस्टल ले जाया गया था. हिरासत में लिए गए चार नेताओं को पहले रिहा कर दिया गया था. फिलहाल हिरासत में लिए गए नेताओं की संख्या 26 है.
इनमें से कश्मीर के तीन सबसे प्रमुख नेता और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती शामिल हैं, जिन्हें अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के बाद 5 अगस्त से ही हिरासत में ले लिया गया था.
फारूक अब्दुल्ला को गुपकर रोड स्थित उनके घर में नजरबंद किया गया है. वहीं उमर अब्दुल्ला को हरि निवास और महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में एमए रोड स्थित एक सरकारी आवास पर नजरबंद रखा गया है.
पिछले हफ्ते घटाई गई सुरक्षा
घाटी में 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई थी, जबकि एहतियातन राज्य के ज्यादातर नेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. यहां तक की राज्य में लंबे समय तक संचार साधनों पर भी रोक लगा दी गई थी.
हालांकि अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद करीब 5 महीने बाद अब घाटी में स्थिति सुधर रही है. पिछले हफ्ते गृह मंत्रालय ने जम्मू और कश्मीर से सुरक्षा घटाने का फैसला लेते हुए अर्धसैनिक बलों की 72 टुकड़ियों को हटाने का फैसला लिया था.
कश्मीर से 5 अगस्त से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हालात को नियंत्रण में रखने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी. कश्मीर में अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं. 72 टुकड़ियों में से सीआरपीएफ की 24 और बीएसफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ और सीएपीएफ की 12-12 टुकड़ियों को वापस बुला लिया गया. केंद्र सरकार का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया.
104 दिन बाद ट्रेन सेवा शुरू
इससे पहले पिछले महीने 18 नवंबर को श्रीनगर और बनिहाल के बीच की ट्रेन सेवा भी शुरू की गई थी. अनुच्छेद 370 और 35A को हटाए जाने के बाद 5 अगस्त से इस ट्रेन सेवा को रोक दिया गया. इस फैसले के 104 दिनों बाद फिर से ट्रेन सेवा को शुरू कर दिया गया. (इनपुट-आईएएनएस)