
पोस्टर बॉयज के पोस्टर से तो लगता है कि यह फिल्म नसबंदी पर है?
इसमें नसबंदी की कहानी नहीं है. नसबंदी के एक पोस्टर में तीन लोगों के फोटो छप जाते हैं जिससे होने वाली परेशानी की कहानी है. इसमें फनी तरीके से कहते हैं कि तेरा तो कनेक्शन कट गया. नसबंदी का प्रचार नहीं हैं.
ये पोस्टर का आयडिया आया कहां से?
महाराष्ट्र के एक गांव में तीन कुली के पोस्टर छप गए थे जिसमें लिखा था कि नसबंदी के बाद पावर कम नहीं होता. उसी पोस्टर से हमने मराठी फिल्म बनाई थी जिसे काफी सफलता मिली थी. इसके बाद हमने हिन्दी में यह फिल्म बनाई है.
सनी देओल और बॉबी देओल को इस फिल्म के लिए कैसे तैयार किया?
सनी देओल स्क्रिप्ट पढ़ते ही फिल्म में काम करने को तैयार हो गए. बॉबी के बारे में हमने पहले से ही सोच लिया था. सनी फिल्म में हैं तो इसमें डबल मीनिंग वाले संवाद कैसे रख सकते हैं. फिल्म में सेक्स कॉमेडी नहीं है. सनी का एक जबरदस्त डॉयलॉग है-इतनी जोर से पटकेंगे तो टप्पा खाकर ऊपर जाएंगे. फिल्म में सनी अपनी इमेज के मुताबिक किरदार कर रहे हैं. बॉबी छोटे शहर के एक टीचर हैं. मैंने एक रिकवरी एजंट की भूमिका की है.
अभिनय और निर्देशन की दोहरी भूमिका कैसे संभाली. सनी के सामने नर्वस नहीं हुए?
बिल्कुल नर्वस था. लेकिन सनी ने आराम से शूट किया तो डर खत्म हो गया. बॉबी से दोस्ताना संबंध है. इसलिए उनसे हिन्दी बोलने के लिए वर्कशॉप भी करा लिया. मुझे दोहरी भूमिका का एहसास ही नहीं हुआ.
निर्देशन के मैदान में उतरने का फैसला पहले से तय कर रखा था?
दिमाग में था निर्देशन करूंगा. लेकिन इस फिल्म का निर्देशन अचानक हो गया. सनी को निर्देशित करूंगा, ऐसा सपने में भी नहीं सोचा था.
इकबाल से क्या सीखा?
इकबाल ने सिखाई कि सेंचुरी बनानी है तो पिच पर टिके रहो. मैंने अपने फिल्मी करियर में इस सीख को अपनाई. बुरे दिन निकल गए और फिल्मों में काम मिला और फिल्में भी चली.