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'मैंने भगवान नहीं मोदी को देखा', महिला से ये सुनकर भावुक हो गए प्रधानमंत्री

जन औषधि दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान महिला दीपा शाह ने कहा कि वो लकवा मरीज है, पहले दवा खरीदने में उसके 5000 रुपये खर्च हो जाते थे. लेकिन जबसे उसने जन औषधि से दवाएं लेनी शुरू की, उसका दवाओं का खर्चा 1500 हो गया. महिला ने कहा कि वह बाकी बचे पैसों से घर चलाती है और फल खरीदती है.

जन औषधि दिवस पर पीएम मोदी योजना लोगों से बात कर रहे थे. जन औषधि दिवस पर पीएम मोदी योजना लोगों से बात कर रहे थे.
दिलीप सिंह राठौड़
  • देहरादून,
  • 07 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 5:56 PM IST

  • महिला से बात करते हुए भावुक हुए पीएम मोदी
  • 'भगवान को नहीं, मैंने नरेंद्र मोदी को देखा है'
  • जन औषधि के लाभार्थियों से बात कर रहे थे पीएम

जन औषधि दिवस पर एक महिला से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए. पीएम से बात करते हुए एक महिला ने कहा कि उसने भगवान तो नहीं देखा है, लेकिन नरेंद्र मोदी को देखा है. यह कहते हुए महिला पीएम नरेंद्र मोदी से बात करते हुए रोने लगी. महिला से बात करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी भावुक हो गए.

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जन औषधि दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान महिला दीपा शाह ने कहा कि वो लकवा मरीज है, पहले दवा खरीदने में उसके 5000 रुपये खर्च हो जाते थे. लेकिन जबसे उसने जन औषधि से दवाएं लेनी शुरू की, उसका दवाओं का खर्चा 1500 हो गया. महिला ने कहा कि वह बाकी बचे पैसों से घर चलाती है और फल खरीदती है.

देश भर में खुले 6 हजार जन औषधि केंद्र

जन औषधि दिवस के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि जनऔषधि दिवस सिर्फ एक योजना को सेलिब्रेट करने का दिन नहीं है, बल्कि उन करोड़ों भारतीयों, लाखों परिवारों के साथ जुड़ने का दिन है, जिनको इस योजना से बहुत राहत मिली है. पीएम ने कहा कि ये देश के हर व्यक्ति तक सस्ता और उत्तम इलाज पहुंचाने का संकल्प है. उन्होंने संतोष जताया कि अब तक 6 हजार से अधिक जनऔषधि केंद्र पूरे देश में खुल चुके हैं.

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दीपा शाह से बात करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (वीडियो ग्रैब)

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दीपा शाह ने सुनाई कहानी

पीएम नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करते हुए दीपा शाह ने अपनी कहानी सुनाई. उन्होंने कहा, "मोदी जी मेरे को सन 11 में पैरालाइसिस पड़ा था. मैं बोल नहीं पाती थी, मेरा इलाज चल रहा था. दवाएं बहुत महंगी आती थी...घर चलाना बड़ा मुश्किल हो गया था. आपके द्वारा जन औषधि दवाइयां मिली...मेरी दवाइयां 5000 की आती थी...और अब मेरी दवाएं 1500 की आती है...तो तीन मुझे मिलता है, उससे मेरा खर्चा चलता है, उससे मैं फल खाती हूं...मोदी जी मैंने ईश्वर को तो नहीं देखा है लेकिन मैंने आपको ईश्वर के रूप में देखा है...आपको बहुत-बहुत धन्यवाद..."

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दीपा शाह प्रधानमंत्री से बात करते हुए रोने लगी. उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहती हैं, क्योंकि उन्ही की आशीर्वाद की वजह से उन्हें नई जिंदगी मिली है.

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