
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया कि पिछले साल चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उनके न्यूयॉर्क स्थित कार्यालय में फोन टैपिंग करवाई थी और उन्होंने इसकी तुलना वाटरगेट मामले से की. ओबामा के प्रवक्ता केविन लेवाइस ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ने किसी अमेरिकी नागरिक के सर्विलांस का कभी कोई आदेश नहीं दिया.
ओबामा का आरोपों से इनकार
लेवाइस ने कहा कि ओबामा प्रशासन में एक कार्डिनल नियम था कि व्हाइट हाउस का कोई अधिकारी विधि विभाग की स्वतंत्र जांच में कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा. इसके तहत, न तो राष्ट्रपति ओबामा ने और न ही व्हाइट हाउस के किसी अधिकारी ने किसी अमेरिकी नागरिक के सर्विलांस का कोई आदेश दिया. इसके अलावा कोई भी बात बस झूठ है.
ट्रंप ने फोन टैपिंग को कहा- डरावना
ट्रंप ने ट्वीट के जरिए ये आरोप लगाए, हालांकि उन्होंने अपने दावों को लेकर कोई ठोस सबूत पेश नहीं किया. ट्रंप ने कहा कि यह डरावना है. अभी यह पता चला कि ओबामा ने हमारी जीत से ठीक पहले ट्रंप टावर में फोन टैप कराया था. कुछ नहीं मिला. उन्होंने कहा, क्या चुनाव से पहले राष्ट्रपति उम्मीदवार की फोन टैपिंग कराना निवर्तमान राष्ट्रपति के लिए वैध है?