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राष्ट्रगान के समय बारिश में बिना छतरी के खड़े रहे राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रगान के सम्मान में बारिश में भीगते रहे, लेकिन उन्होंने छाता नहीं लिया. माता अमृतानंदमयी मठ में एक समारोह में हिस्सा लेने गए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को जब सेना ने सलामी दी तब राष्ट्रगान बज रहा था और इस दौरान बारिश आ रही थी, लेकिन राष्ट्रपति कोविंद बारिश में बिना छतरी के खड़े रहे.

सलामी लेते हुए राष्ट्रपति कोविंद सलामी लेते हुए राष्ट्रपति कोविंद
मोहित पारीक/BHASHA
  • त्रिवेंद्रम,
  • 09 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 7:48 AM IST

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रगान के सम्मान में बारिश में भीगते रहे, लेकिन उन्होंने छाता नहीं लिया. माता अमृतानंदमयी मठ में एक समारोह में हिस्सा लेने गए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को जब सेना ने सलामी दी तब राष्ट्रगान बज रहा था और इस दौरान बारिश आ रही थी, लेकिन राष्ट्रपति कोविंद बारिश में बिना छतरी के खड़े रहे.

एक अधिकारी ने उन्हें छतरी की पेशकश की, लेकिन उन्होंने छतरी नहीं ली और सलामी लेने के लिए बारिश में ही खड़े रहे. बता दें कि राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद पहली बार केरल आए थे. कोविंद ने वल्लीक्कावू के पास स्थित माता अमृतानंदमयी मठ मुख्यालय में मठ की 100 करोड़ रुपये की पहल की शुरूआत करते हुए विभिन्न धर्मों को समायोजित करने में केरल की सदियों पुरानी विरासत की भी प्रशंसा की.

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बता दें अमृतानंदमयी मठ की ओर से की गई इस पहल से 5000 गांवों को पीने का पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. इस दौरान उन्होंने माता अमृतानंदमयी की ओर से किए जा रहे है कार्यों की सराहना की. गौरतलब है कि राष्ट्रपति कोविंद इन दिनों केरल दौरे पर है और रविवार को उनका केरल दौरे का पहला दिन था.

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