Advertisement

कोरोना के खतरे के बीच ट्रंप का किम जोंग को खत, कोरिया से संबंध बढ़ाने पर दिया जोर

एक तरफ पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की महामारी ने जानलेवा रूप धारण किया है तो दूसरी ओर उत्तर कोरिया के मंसूबे एटमी हथियारों की जमाखोरी करने की है. इसे देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने किम जोंग उन को पत्र लिखा है और संबंध बढ़ाने की अपील की है.

कोरोना वायरस के बीच उत्तर कोरिया ने शनिवार को दो मिसाइल टेस्ट किए (फाइल फोटो-PTI) कोरोना वायरस के बीच उत्तर कोरिया ने शनिवार को दो मिसाइल टेस्ट किए (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 12:17 PM IST

  • ठंडे बस्ते में पड़ी निरस्त्रीकरण की योजना
  • कोरोना के डर के बीच मिसाइल टेस्ट जारी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को पत्र लिखा है जिसमें अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच संबंधों को और मजबूती देने की बात कही गई है. ट्रंप ने पत्र में एक खास प्लान पर आगे बढ़ने की अपील की है ताकि दोनों देश साथ-साथ आगे बढ़ सकें. यह पत्र ऐसे वक्त में सामने आया है जब निरस्त्रीकरण की योजना ठंडे बस्ते में पड़ती दिख रही है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने इसकी जानकारी दी है.

Advertisement

किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने एक बयान में कहा, पत्र में डीपीआरके (डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया यानी उत्तर कोरिया) और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंध बढ़ाने की एक योजना के बारे में बात की गई है जिसमें कोरोना वायरस की मुश्किल परिस्थिति में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया गया है. पत्र में कोरोना वायरस की महामारी से निपटने पर जोर दिया गया है. उत्तर कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने यह रिपोर्ट दी है.

ये भी पढ़ें: अमेरिका में भी 'जनता कर्फ्यू' की अपील, उपराष्ट्रपति की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव

बता दें, शनिवार को उत्तर कोरिया ने कम दूरी की दो मिसाइलों का परीक्षण किया. यह परीक्षण ऐसे समय में किया गया जब अमेरिका के साथ एटमी समझौते की योजना फिलहाल रुकी पड़ी है और उधर उत्तर कोरिया लगातार अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने पर तुला है. एक तरफ पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की महामारी ने जानलेवा रूप धारण किया है तो दूसरी ओर उत्तर कोरिया के मंसूबे एटमी हथियारों की जमाखोरी करने की है.

Advertisement

इसे देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने किम जोंग उन को पत्र लिखा है और संबंध बढ़ाने की अपील की है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया किम जोंग उन के कदमों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं. सियोल की सेना ने उत्तर कोरिया से फौरन ऐसे परीक्षण बंद करने की अपील की है. उधर जापान का कहना है कि उत्तर कोरिया की मिसाइल उसके सीमा तक नहीं पहुंच पाई.

ये भी पढ़ें: अमेरिकी राष्ट्रपति के दफ्तर तक पहुंचा कोरोना, व्हाइट हाउस में एक ऑफिसर पॉजिटिव

अन्य देशों की तरह उत्तर कोरिया में भी कोरोना वायरस का प्रकोप है. जानकारों का मानना है कि उत्तर कोरिया में हालत अगर बिगड़े तो हालात गंभीर हो सकते हैं क्योंकि इससे निपटने की माकूल सुविधाओं की घोर कमी है. मेडिकल सप्लाई की कमी और पुराने पड़ चुके हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से उत्तर कोरिया में इस बीमारी का असर गंभीर हो सकता है. इसके लिए यहां का प्रशासन बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान भी चला रहा है.

प्रशासन का कहना है कि उत्तर कोरिया में कोरोना वायरस का एक भी मरीज नहीं मिला है लेकिन जानकारों को इस पर संदेह है क्योंकि वहां से सही बातें निकल कर सामने नहीं आ पा रही हैं. उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग में एक बड़ा मॉडर्न जनरल हॉस्पिटल का निर्माण कराया गया है ताकि गंभीर परिस्थितियों में कोरोना वायरस से लड़ा जा सके.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement