
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी शनिवार को लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फेसबुक पोस्ट लिखने पर गिरफ्तार किए गए पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी से मिलने जा रही थीं. इस दौरान पुलिस ने उनका काफिला रोक लिया. प्रियंका गांधी का आरोप है कि जब वे पैदल जाने लगीं तो पुलिस ने उन्हें घेर लिया और एक महिला पुलिस अधिकारी ने उनके साथ धक्का-मुक्की की जिसमें वे गिर भी गईं. प्रियंका का आरोप है कि इस दौरान उनका गला भी दबाया गया.
कांग्रेस ने जारी किया बयान
कांग्रेस ने इस पूरी घटना पर अपना बयान जारी किया है. कांग्रेस के प्रेस रिलीज में कहा गया कि तानाशाह योगी आदित्यनाथ की पुलिस ने रोका फिर भी 8 किलोमीटर पैदल चलकर महासचिव प्रियंका गांधी अम्बेडकरवादी चिंतक और रिटायर्ड पुलिस अधिकारी दारापुरी के परिजनों से मिलीं.
विस्तार से बताई घटना
कांग्रेस की प्रेस रिलीज में आगे विस्तार से बताया गया है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी स्थापना दिवस के कार्यक्रम के बाद सीएए और एनआरसी के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद गिरफ्तार किए गए प्रसिद्ध अम्बेडकरवादी चिंतक व पूर्व पुलिस अधिकारी एसआर दारापुरी के परिजनों से मिलने जा रही थीं. लेकिन बीच रास्ते में पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती रोक दिया.
8 किलोमीटर पैदल चलीं प्रियंका
आगे बताया गया है कि महासचिव प्रियंका गांधी ने वहां से पैदल चलाना शुरू किया लेकिन योगी आदित्यनाथ की तानाशाह सरकार की पुलिस ने बीच रास्ते में उनके साथ धक्कामुक्की की. एक पुलिसकर्मी अधिकारी ने प्रियंका गांधी का गला पकड़कर खींचने की कोशिश की. महासचिव प्रियंका गांधी 8 किलोमीटर पैदल चलकर बीच रास्ते में दमनकारी योगी की पुलिसिया बर्बरता को झेलते हुए दारापुरी के परिजनों से मिलीं और उनका हालचाल जाना.