
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में चूक के मामले में बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि हाफिज सईद ने कहा था कि गुलाम नबी आजाद की हमारी जैसी ही लाइन है. यूएनजीए में इमरान खान ने कहा था हम और कांग्रेस कश्मीर मसले पर एक ही पेज पर हैं. फिर खतरा कहां है?
इस पर कांग्रेस के सांसद केटीएस तुलसी ने कहा कि गांधी परिवार आतंकवाद का शिकार रहा है. गांधी परिवार के एक प्रधानमंत्री और एक पूर्व प्रधानमंत्री पर हमला किया गया था, जिसमें उनकी मौत हो गई थी. क्या सरकार गांधी परिवार की सुरक्षा की गारंटी देगी?
बता दें, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लोधी एस्टेट स्थित आवास पर पांच लोग एक तस्वीर खींचने के बहाने उनकी देहरी तक पहुंच गए थे. यह वाकया महज पांच दिन पहले का है.
26 नवंबर को दोपहर बाद लगभग दो बजे एक काली स्कॉर्पियो आकर प्रियंका गांधी के आवास पर आकर रुकी. उस समय उनके दफ्तर में बैठक चल रही थी. उनका एक गार्ड बाहर आकर स्कॉर्पियो से उतरे लोगों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं. कार से उतरे लोगों में दो पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा था. उन्होंने कहा कि वे प्रियंका गांधी के साथ एक तस्वीर खिंचवाना चाहते हैं.
प्रियंका गांधी के दफ्तर के कर्मचारियों ने जब वहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से पूछा कि ये लोग अंदर कैसे आ गए, तो जवाब मिला कि आवास की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है. इस पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. संसद में भी इस मामले पर गरमा गमर बहस हुई है और कांग्रेस गांधी परिवार की हिफाजत का सवाल उठा रही है.