
पंजाब में करीब 1000 गांवों को खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. भारत की ओर से PoK में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से लगने वाले अमृतसर, तरन तारन, गुरुदासपुर, पठानकोट, फाजिलका और फीरोजपुर जिलों के गांवों को खाली कराया जाएगा. ये गांव भारत-पाक बॉर्डर से 10 किलोमीटर की दूरी पर ही हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विस्थापित होने वाले करीब 15 लाख लोगों के रहने के लिए अधिकारी वैकल्पिक व्यवस्था कर रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि गुरुवार को उन्हें टैक्टिकल स्ट्राइक के बारे में सूचना दी गई, इसके बाद गांवों को खाली करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव ने संभावित जवाबी कार्रवाई की सूचना दी है. हमने राज्य आपदा मैनेजमेंट कमेटी को भी सक्रिय कर दिया है. आर्मी के पश्चिमी कमांड के सूत्रों के मुताबिक, एहतियात के तौर पर गांवों को खाली कराया जा रहा है. ऐसा नहीं है कि उन्हें पाकिस्तान की तरफ से हमले की कोई ठोस सूचना मिली है, लेकिन पाक की ओर से गोलीबारी की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता.
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ गांवों में पहले से स्थिति गंभीर है. नौशेहरा और ढल्ला गांव में गुरुद्वारा की ओर से लोगों को घर खाली करने के लिए कहा गया. लोगों में अफरातफरी की स्थिति भी देखी गई, जहां वे कुछ ही सामान अपने साथ लेकर बस में चढ़ने चले गए. ज्यादातर लोग अपने रिश्चेदार के घर जाने की तैयारी कर रहे थे या फिर मंदिर या गुरुद्वारा को अपना वैकल्पिक ठिकाना बनाने की सोच रहे थे.
BSF और सेना की छुट्टी रद्द
हाई अलर्ट की वजह से वेस्टर्न इंडियन फ्रंट पर तैनात BSF और सेना के जवानों की छुट्टियां भी कैंसिल कर दी गई हैं. बता दें कि पंजाब, गुजरात, कश्मीर सहित अन्य बॉर्डर इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. पाकिस्तान इन इलाकों में हमला कर सकता है. एएनआई के मुताबिक वाघा बार्डर पर होने वाली रिट्रीट सेरेमनी को भी रद्द कर दिया गया.