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हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में 10 नागरिकों की मौत हो गई है. वहीं 70 से अधिक नागरिक और 96 पुलिसकर्मी घायल हो गए.
रविवार को भी बंद रहेगी अमरनाथ यात्रा
हंगामे की वजह से अमरनाथ यात्रा रविवार को दूसरे दिन भी बंद रहेगी. श्राइन बोर्ड ने तय किया है कि हालात सामान्य होने तक यात्रा को स्थगित रखा जाए. सारे श्रद्धालु पहलगाम में रोके गए थे. देर रात उन्हें जम्मू लाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है.
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के लोगों से शांति की अपील की. वह हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने एक बयान में कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से शांत रहने और शांति बरकरार रखने की अपील करता हूं.’ सिंह ने कहा कि कश्मीर घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए केंद्र जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ मिलकर काम करेगा.
उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में हिंसा की घटनाओं में मूल्यवान जीवन क्षति से बहुत आहत हूं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’
महबूबा ने हालत सुधारने में लोगों की मदद मांगी
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई युवकों की मौत पर दुख जताया और सुरक्षा बलों से कहा कि वे भीड़ पर नियंत्रण के लिए बहुत अधिक बल प्रयोग नहीं करें.
महबूबा ने एक बयान में कहा, ‘मैं युवकों की दुखद मौत पर गहरा शोक प्रकट करती हूं और दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं.’ उन्होंने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बहुत अधिक बल प्रयोग से बेशकीमती जान जाती है और लोग घायल होते हैं. इससे बचा जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अर्धसैनिक बलों से कहा कि वे प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया का इस्तेमाल करें. शांति की अपील करते हुए महबूबा ने घाटी में सामान्य स्थिति बहाल करने में लोगों का सहयोग मांगा.
एहतियान लगाए गए कर्फ्यू
श्रीनगर शहर समेत घाटी के कई हिस्सों में कर्फ्यू लागू किए गए हैं और विरोध प्रदर्शनों की आशंका के चलते अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. प्रदर्शनकारियों ने अलगाववादी नेताओं के हड़ताल का आह्वान करने के बाद कई स्थानों पर शहर के प्रवेश मार्गों एवं मुख्य सड़कों को बाधित कर दिया. अलगाववादी नेताओं को एहतियातन नजरबंद रखा गया है.
इस बारे में जम्मू कश्मीर के एडीजीपी ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि संघर्ष में युवकों की जान चली गई. मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के मारे जाने पर उन्होंने कहा कि हम निश्चित ही अपने समाज के युवकों को नहीं मारना चाहते हैं. पुलिस की ओर से कहा गया है कि जितनी जल्द यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, अमरनाथ यात्रा बहाल कर दी जाएगी.
अलगाववादियों ने किया बंद का ऐलान
अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने राज्य में बंद का ऐलान किया है. पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां में बढ़े तनाव की वजह से कर्फ्यू लगा दिया गया है. गंभीर स्थितियों को देखते हुए बारामुला-काजीगुंड के बीच ट्रेन सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं. जगह-जगह विरोध प्रदर्शन जारी है. पुलवामा में स्थानीय लोगों ने पथराव किया.
अलगाववादी नेताओं को किया गया नजरबंद
हुर्रियत के बंद के मद्देनजर ऐहतियातन अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. इनमें सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज और यासीन मलिक शामिल हैं.
अनंतनाग में मुठभेड़ के दौरान ढेर
बुरहान के सिर पर 10 लाख का इनाम था. जानकारी के मुताबिक, अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में राष्ट्रीय रायफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मुठभेड़ में बुरहान मारा गया. वह दक्षिण कश्मीर के त्राल का रहने वाला था. आतंकवाद का चेहरा बने बुरहान वानी के ऑडियो संदेशों के प्रसारण के लिए आज कुछ स्थानों पर लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल किया गया. कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है जबकि दक्षिण कश्मीर में मोबाइल फोन सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया गया है.