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मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी विधायकों को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर राजनीति जारी है. बीजेपी विधायक संगीत सोम और सुरेश राणा को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर क्षत्रिय सभा राजपूत समाज ने बीजेपी का विरोध करने की चेतावनी दी है.
मेरठ में राजपूत सभा के अभिषेक सिंह ने कहा कि सरधना से विधायक संगीत सोम लगातार हिंदुत्व और बीजेपी के आंदोलनों में सक्रिय रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया गया. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सोम और सुरेश को प्रत्याशी नहीं बनाया गया तो पश्चिमी यूपी की 14 लोकसभा सीटों पर बीजेपी का विरोध किया जाएगा. खेड़ा में महापंचायत की जाएगी. राजपूत सभा के लोगों ने पश्चिमी यूपी की 14 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारने की भी चेतावनी दी है.
ठाकुर समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि सोम जेल भी गये. फिर भी पार्टी ने उन्हें लोक सभा का टिकट नहीं दिया. वहीं, सुरेश राणा का कहना है कि उनका काम टिकट मांगना है और पार्टी का काम टिकट देना है. अगर ठाकुर बिरादरी के लोग बीजेपी से नाराज हैं तो हम उन्हें मनाने का काम करेंगे. राणा ने कहा कि वो बीजेपी में ही है और बीजेपी के लिए ही प्रचार करेंगे.
हालांकि, संगीत सोम से जब कुछ दिन पहले आगामी लोकसभा को लेकर जब ये सवाल पूछा गया था कि वो कौन सी सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे तो उनका जवाब था कि पार्टी की सोच है, पार्टी का तरीका है और पार्टी समय पर इसकी घोषणा करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी किसी सीट से दावेदारी नहीं है. वो एक कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं और उन्हें पार्टी जिस भी सीट से टिकट देगी, वो चुनाव लड़ेंगे. अगर किसी और को टिकट देगी तो उसे भी चुनाव लड़वाएंगे और जो भी पार्टी का निर्देश होगा, उसका पालन करेंगे.