
पिछले कुछ दिनों से मुंबई में आरे के जंगल को काटकर मेट्रो कार शेड बनाने की खूब चर्चा हो रही है. पर्यावरणविद और कार्यकर्ता इसके खिलाफ जगह जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जाने माने बॉलीवुड के चेहरे भी इस विवाद में कूद गए हैं और सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं. कुछ इसका समर्थन कर रहे हैं तो कुछ विरोध कर रहे हैं.
अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने पेड़ काटकर मेट्रो निर्माण के विरोध में बनाई गई ह्यूमन चेन में हिस्सा लेकर कार्यकर्ताओं का समर्थन किया था. अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने भी इसके खिलाफ आवाज बुलंद की है. विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं की मांग है कि मेट्रो कार शेड 3 लोकेशन को आरे के जंगल इलाके से बदल कर कंजुरमार्ग ले जाया जाए और इस परियोजना के लिए जो 2700 पेड़ों को काटे जाने का आदेश हुआ है, उन्हें जस का तस रहने दिया जाए.
पर्यावरणविदों का भी कहना है कि आरे जंगल क्षेत्र में मेट्रो 3 के कार शेड के निर्माण से ना सिर्फ पर्यावरण जंगल और वन्यजीव प्राणियों पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि मुंबई में बाढ़ का खतरा और बढ़ जाएगा. लेकिन मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (MMRC) अपने इस रुख पर कायम है कि मेट्रो कार शेड 3 लोकेशन को बदला नहीं जाएगा.
कॉरपोरेशन का ये भी कहना है कि प्रोजेक्ट से जुड़ा पर्यावरण आंकलन बहुत पहले किया गया था और उसने किसी रेग्युलेटरी ज़रूरत को नहीं लांघा है. MMRC के एमडी अश्विनी भिड़े इस विवाद के केंद्र में हैं और कार्यकर्ताओं व पर्यावरण प्रेमियों की आलोचना झेल रहे हैं. उनका कहना है कि अगर मेट्रो 3 को आरे के जंगल एरिया से कहीं और ले जाया गया तो यह सफल नहीं हो पाएगा. कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह ब्लैकमेल करने की रणनीति है.
इस दबाव के बाद MMRC ने अपने कार्यालय के बाहर एक बड़ा से बैनर लगाकर मेट्रो का फायदा बताया है और विरोध के बिंदुओं का जवाब दिया है. विरोध के तर्कों को खारिज करने के लिए अथॉरिटी ने ट्विटर पर भी मोर्चा संभाला है. सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी दावा किया है कि कि यह जमीन सरकारी है. MMRC का कहना है कि आरे कोई वनभूमि नहीं है और विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं को गलत जानकारी है.
मेट्रो कॉरपोरेशन और कार्यकर्ताओं के बीच यह संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. लोग आश्चर्य में पड़ गए जब सुपरस्टार अमिताभ ने मुंबई मेट्रो के समर्थन में ट्वीट किया. बच्चन ने मुंबई मेट्रो की तारीफ की और लोगों से अपील की कि पेड़ अपने गार्डेन में लगाए इस पर MMRC ने उनका शुक्रिया अदा किया.
अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उनकी आलोचना शुरू कर दी और इसे 'गैरजिम्मेदाराना' बयान कहा. आलोचकों का कहना है कि बच्चन ने ऐसे समय बयान दिया जब लोग आरे के पेड़ बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
एनजीओ वॉचडॉग फाउंडेशन ने अमिताभ बच्चन के विरोध में एक ओपेन लेटर लिखकर उन पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया. लेटर में कहा गया कि अमिताभ बच्चन के बांग्ला के सामने रोड के चौड़ीकरण के लिए इन्होंने अपनी जमीन देने की जगह उसका विरोध किया था, जबकि बगल में गर्ल्स हॉस्टल की बिल्डिंग तोड़ दी गई थी. ये बेहद दुखद है कि जहां तमाम मुंबई निवासी आरे जंगल के मुद्दे को लेकर एकजुट हैं वही अमिताभ बच्चन इस तरह के बयान दे रहे हैं. ये कुछ नहीं बल्कि एक सुपरस्टार का पाखंड है. गुरुवार को उनके घर के बाहर छात्रों के एक समूह ने प्रदर्शन किया जिन्हें बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इस बारे में आदित्य ठाकरे से सवाल किया गया तो उन्होंने अमिताभ बच्चन पर कुछ कहने से इनकार करते हुए कहा कि लोगों में यह फैलाया गया है कि जो लोग मेट्रो शेड का विरोध कर रहे हैं वे विकास का विरोध कर रहे हैं. लेकिन यह विकास का विरोध नहीं है, बल्कि यह स्थायी विकास का समर्थन है. यह पूरी तरह से पर्यावरण का मसला है.
इसके बाद बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ने भी एक वीडियो ट्वीट करके मेट्रो की तारीफ की और उसके फायदे बताए. यह मसला सामने आने के बाद इस पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. आरे के जंगल बचाने के लिए आदित्य ठाकरे अभियान चला रहे हैं. वे इसे एक तरह का घोटाला बता रहे हैं.