
पुणे स्थित कॉसमॉस कोऑपरेटिव बैंक के एटीएम से फर्जी तरीके से 94 करोड़ 42 लाख रुपये निकाल लिए गए. काफी मशक्त के बाद पुलिस इस राशि में से महज 1.20 लाख रुपये वापस लाने में सफल हो पाई है. इस संबंध में ठाणे के चतुर्श्रिंगी पुलिस में मामला दर्ज किया गया है. राज्य का पुलिस साइबर सेल इसकी जांच पड़ताल में जुटा हुआ है.
पुलिस के मुताबिक स्विच का बोगस सर्वर बनाकर पेमेंट गेटवे की गलत जानकारी देकर कुल 94 करोड़ 42 लाख रुपये कॉसमॉस बैंक से चोरी कर लिए गए हैं. एक मामले में 15 हजार ट्रांजेक्शन के जरिये जाली डेबिट कार्ड्स से 80.50 करोड़ रुपये निकाले गए थे.
कॉसमॉस बैंक द्वारा पुणे के चतुर्श्रिंगी पुलिस ठाणे में ये मामला दर्ज किए जाने के बाद राज्य का पुलिस साइबर सेल डिपार्टमेंट हरकत में आया है. साइबर सेल के विशेष इंस्पेक्टर जनरल ब्रिजेश सिंह मामले की जांच कर रही है.
जांच में जुटी पुलिस को 22 अगस्त को मामूली सी सफलता मिली. पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई है कि अपने देश में कई शहरों में एटीएम के जरिये दो करोड़ रुपये निकाले जाने की जानकारी मिल गई है.
इस फर्जीवाड़े को अलग-अलग तरीके से अंजाम दिया गया. देश के सैकड़ों एटीएम से 2,849 ट्रांजेक्शन किए गए और लगभग दो करोड़ पचास हजार रुपये निकाल लिए गए. इन एटीएम में से बड़ी रकम रुपे पेमेंट गेटवे से निकाले गए. कई ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें लोगों ने बैंक अकाउंट में पैसे कम होने के बावजूद भी एटीएम से कैश निकाले. पुलिस ने पुणे में दो शख्स को सीसीटीवी फुटेज के जरिये पहचाना गया है. अब साइबर सेल देश भर में तक़रीबन 800 एटीएम का सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहा है ताकि असली गुनाहगारों को पकड़ा जा सके.