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पुणे के स्कूल में नकल रोकने के नाम पर छात्राओं के कपड़े उतारे, जांच जारी

आरोप यह है कि 21, 26 और 28 फरवरी को परीक्षा के पहले सभी 80 छात्रों को परीक्षा हॉल से सटे हुए कमरे में ले जाकर महिला कर्मचारियों ने छात्राओं के कपड़े उतारकर तलाशी ली. ये जानने के लिए कहीं छात्राएं कॉपी करने के लिए पूर्जे ड्रेस में छिपाकर तो नहीं ले जा रही हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
अंकुर कुमार/पंकज खेळकर
  • पुणे ,
  • 04 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 6:27 AM IST

महाराष्ट्र के पुणे में एक स्कूल में छात्राओं के कपड़े उतरवाकर तलाशी सिर्फ इसलिए ली गई कि कहीं वे नकल करने की कोशिश न करें. पुणे के लोणीकालभोर गांव में स्थित एमआइटी कॉलेज के विश्वशांति गुरुकुल स्कूल की यह घटना है. इस प्राइवेट स्कूल में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का सेंटर है. शनिवार को 12वीं की परीक्षा देने आईं  पृथ्वीराज कपूर जूनियर कॉलेज की तक़रीबन 14 छात्राओं ने इस कॉलेज के दो महिला कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

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आरोप यह है कि 21, 26 और 28 फरवरी को परीक्षा के पहले सभी 80 छात्रों को परीक्षा हॉल से सटे हुए कमरे में ले जाकर महिला कर्मचारियों ने छात्राओं के कपड़े उतारकर तलाशी ली. ये जानने के लिए कहीं छात्राएं कॉपी करने के लिए पूर्जे ड्रेस में छिपाकर तो नहीं ले जा रही हैं.

पृथ्वीराज कपूर जूनियर कॉलेज की एक छात्रा ने आजतक से बातचीत करते हुए बताया कि उनके कॉलेज का यह पहला 12वीं का बैच है. एमआईटी कॉलेज में सेंटर मिला है. अक्षदा ने बताया के पहला पेपर 21 फरवरी को हुआ, तब किसी भी छात्रा की चेकिंग नहीं हुई. बाद में तीन दिन पृथ्वीराज कपूर जूनियर कॉलेज के छात्रों को सेंटर में आते ही इस चेकिंग से गुजरना पड़ा है. महिला कर्मचारियों ने सभी छात्राओं के कपड़े उतारकर तलाशी ली.

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छात्रा का कहना है कि 80 स्टूडेंट्स हैं, जिनका आरोप है कि कपड़े उतारकर चेकिंग हुई है. पुलिस में दर्ज मामले में छात्राओं ने लिखित शिकायत की है कि तीन दिन 21 फरवरी, 26 फरवरी और 28 फरवरी को दो महिला कर्मचारियों ने पृथ्वीराज कपूर जूनियर कॉलेज के छात्राओं को एक कमरे में ले जाकर पेंट उतारने को कहा. कई लड़कियों ने पीरियड की बात भी बताई, लेकिन सभी से कपड़े उतारने को कहा गया. इस तरह से छात्राओं के साथ काफी बुरा व्यवहार किया गया. इस कारण छात्राओं को परीक्षा हॉल में जाने के लिए आधा घंटा देरी भी हुई. मानसिक प्रताड़ना और शर्मिंदगी से गुजरना पड़ा वो अलग.

आजतक ने महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक आणि उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल की अध्यक्षा डॉ शकुंतला काले से इन आरोपों के बारे में स्पष्टीकरण मांगा. डॉ शकुंतला काले ने बताया कि उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल की एक टीम इस मामले की सच्चाई जानने के लिए एमआईटी वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गई हुई है. उन्होंने बताया कि महिला टीचर की उपस्थिति में शिकायत करने वाली छात्राओं से पूछताछ की जाएंगी. साथ में डॉ शकुंतला काले ने बताया के अगर हॉल एग्जामिनर को शक होता है कि कहीं कोई छात्र नक़ल कर रहा है तो कमरे में ले जाकर महिला कर्मचारी द्वारा छात्राओं की चेकिंग ली जा सकती है, लेकिन कपड़े उतारने को कहना गलत है.

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