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जालंधर में सनसनीखेज ‘किडनी रैकेट’ का भंडाफोड होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है. इस रैकेट में एक अस्पताल के शामिल होने की खबरों के बाद शहर के पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जिसकी अगुवाई डीसीपी करेंगे.
एसीपी-2 अमरीक सिंह पोवार ने बताया, ‘पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त राजिंदर सिंह की अगुवाई में एसआईटी का गठन किया है.’ उन्होंने बताया, ‘मामले की जांच चल रही है और जल्दी ही यह मामला साफ हो जाएगा और जो भी दोषी होंगे उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मामले में एक अस्पताल का नाम सामने आया है. हमने अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट से जुडे सभी रिकॉर्ड जब्त किये हैं. इसके अलावा प्रयोगशाला में तकनीशियन के रूप में कार्यरत हरविंदर को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है.’
पोवार ने बताया, ‘गुर्दा बदलने संबंधी कानून के अनुसार प्रदाता कोई ‘करीबी रिश्तेदार’ हो सकता है तथा प्रत्यारोपण से पहले राज्य प्राधिकार समिति से मंजूरी लेनी होती है.’ रिकॉर्ड में कुछ मिलने के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘प्रथम दृष्टया जिन फाइलों को मैंने देखा है उनमें प्राधिकार समिति की मंजूरी मिली हुई है. इन रिकॉर्ड्स में प्रथम दृष्टया किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं दिख रही है.’
इनपुट: भाषा