
ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु अपना खिताबी सूखा खत्म करने में कामयाब रहीं. साल के आखिर में भारत की इस स्टार शटलर ने न सिर्फ खिताब जीता, बल्कि इतिहास रच दिया.
23 साल की सिंधु ने रविवार को बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर फाइनल्स (पिछले साल तक बीडब्ल्यूएफ सुपर सीरीज) का खिताब अपने नाम किया. 2008 से खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में पहली बार किसी भारतीय ने खिताबी जीत हासिल की.
पिछले साल टूर्नामेंट की उपविजेता रहीं वर्ल्ड नंबर-6 सिंधु ने फाइनल में जापान की वर्ल्ड नंबर-5 नोजोमी ओकुहारा को 21-19, 21-17 से शिकस्त दी. इसके साथ ही सिंधु ने जापानी खिलाड़ी के खिलाफ अपना रिकॉर्ड 7-6 कर लिया है. ये वही ओकुहारा हैं, जिन्होंने 2017 के वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में सिंधु को मात दी थी.
लगातार तीसरे साल टूर्नामेंट के लिए जगह बनाने वाली सिंधु ने 2013 की विश्व चैम्पियन और विश्व रैंकिंग में आठवें स्थान पर काबिज थाईलैंड की रतचानोक इंतनोन को 21-16, 25-23 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई थी.
इससे पहले सिंधु ने शुक्रवार को विश्व रैंकिंग में 12वें स्थान पर काबिज बेवेन झांग को एकतरफा मुकाबले में 21-9, 21-15 से हराकर नॉकआउट चरण में प्रवेश किया था. सिंधु पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रहीं
सिंधुः 11वां इंटरनेशनल खिताब (इंडिविजुअल)
1. 2011: इंडोनेशिया इंटरनेशनल
2. 2013: मलेशिया मास्टर्स
3. 2013: मकाउ ओपन
4. 2014 : मकाउ ओपन
5. 2015 : मकाउ ओपन
6. 2016 : मलेशिया मास्टर्स
7.2016: चाइना ओपन
8. 2017: सैयद मोदी इंटरनेशनल
9. 2017: इंडिया ओपन
10. 2017: कोरिया ओपन
11. 2018: विश्व टूर फाइनल्स
* 2016 : सिंधु को रियो ओलंपिक के फाइनल में कैरोलिना मारिन (स्पेन) ने 19-21, 21-12, 21-15 से हराया था, जिसके बाद उन्हें सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा था.
* 2017: वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप में इतिहास रचने से चूक गई थीं, तब फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा ने 21-19, 20-22, 22-20 से मात दी थी.