
कर्नाटक की सियासत में रोमांचकारी मोड़ आ गया है. 224 सीटों वाली विधानसभा में एक निर्दलीय विधायक के पाला बदलने से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का आंकड़ा 107 पहुंच गया है. निर्दलीय विधायक आर शंकर ने कुमारस्वामी सरकार को झटका देते हुए बीजेपी को समर्थन दिया है.
कांग्रेस पार्टी के साथ विलय कर विधायक बने आर शंकर का इस्तीफा काफी अहम माना जा रहा है. उन्होंने गठबंधन से अपना समर्थन वापस ले लिया है. कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के इस्तीफे से पैदा हुआ संकट निर्दलीय विधायक नागेश के सरकार से समर्थन वापस लेने और विधायक आर शंकर के इस्तीफा देने से और गहरा गया है. वहीं बीजेपी के समर्थन में शामिल विधायकों की संख्या बढ़कर 107 पहुंच गई है.
अब एक और विधायक ने कुमारस्वामी सरकार का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की बात कही है. विधायक रोशन बेग ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी भी राजनीतिक पार्टी है, बीजेपी के साथ जाने में क्या बुराई है.
इस बीच, कुमारस्वामी की सरकार को बचाने के लिए डीके शिवकुमार बेंगलुरु से मुंबई रवाना हो गए हैं, जबकि निर्दलीय विधायक के साथ सभी 13 बागी विधायक मुंबई से गोवा के लिए रवाना हो गए हैं. सभी 14 विधायक बाई रोड मुंबई से गोवा जा रहे हैं. बता दें कि कुमारस्वामी ने सभी बागी विधायकों को मंत्री पद ऑफर कर दिया है.
अब सरकार बचाने के लिए कांग्रेस और जेडीएस ने अपने मंत्रियों के इस्तीफे दिलाकर कैबिनेट में फेरबदल का फॉर्मूला अपनाया है. कांग्रेस ने अपने 22 मंत्रियों का इस्तीफा दिलाकर नया दांव चला तो वहीं कुमारस्वामी को छोड़कर जेडीएस के सभी 11 मंत्रियों ने भी इस्तीफा दे दिया है. कोशिश ये है कि नए सिरे से मंत्रिमंडल का गठन किया जाए और असंतुष्टों को मंत्री बनाकर इस संकट को खत्म किया जाएगा.