
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला एक बार फिर सुलग रहा है. ठाकुर और दलित समाज के बीच हुई जातीय हिंसा के बाद दोनों तरफ के लोग माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डाले जा रहे हैं. पंचायत का आयोजन कर लोगों को एकजुट किया जा रहा है. गुरुवार को ठाकुरों ने पंचायत बुलाई, तो दलित बैठक करने की योजना में थे. पुलिस ने भारी तनाव के बीच स्थिति को नियंत्रित किया. एक पूर्व मंत्री के बेटे सहित दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद दूबे ने बताया कि थाना सदर बाजार में सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने और साम्प्रदायिक सदभाव को बिगाड़ने को कोशिश कर रहे दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संबंधित अमर्यादित पोस्ट करने के आरोप में विकास मंशाराम और साम्प्रदायिक सदभाव को बिगाड़ने को कोशिश कर रहे पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह राणा के बेटे कार्तिकेय राणा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. दोनों ही मामले में जांच की जा रही है.
सपा नेता ने इलाके में फैलाई सनसनी
जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में सपा नेता कार्तिकेय राणा के खिलाफ थाना बडगांव में आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया. राणा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश भी दी. हालांकि, शाम को पुलिस ने उनसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया. कार्तिकेय राणा ने अपने पैतृक गांव भायला पहुंचकर पूर्व विधायक रविन्द्र मोल्हू की गिरफ्तारी सहित पांच सूत्रीय मांग पत्र प्रशासन को सौंपा है. इलाकों में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है.
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भीम आर्मी द्वारा सोशल मीडिया पर डाली गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कार्तिकेय राणा ने शिमलाना के मंदिर में गुरुवार को ठाकुर समाज की पंचायत करने की घोषणा की थी. इसमें ठाकुरों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर की गिरफ्तारी की मांग की जानी थी. लेकिन इस पंचायत की सूचना समय रहते पुलिस को मिल गई. इसके बाद शब्बीरपुर, महेशपुर और शिमलाना में भारी संख्या पुलिस तैनात कर दिया गया.
जंतर-मंतर पर पंचायत की योजना
उधर, प्रशासन से अनुमति लिए बिना भीम आर्मी के पांच युवक बैठक कर रहे थे. सूचना मिलते ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. वहीं, भीम आर्मी द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर 21 मई को आयोजित पंचायत में शामिल होने के लिए सहारनपुर से दलितों के जाने की आशंका जताई जा रही है. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद ने विवादित ऑडियो वायरल कर देशभर से दलित, मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के लोगों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर एकत्रित होने को कहा है. पुलिस की इस पर नजर है.