
अंग्रेजी मीडियम में इरफान खान की बेटी तारिका बनना आसान था?
तारिका का कैरेक्टर मेरे लिए अलग था. मैं बिल्कुल रिलेट नहीं कर पा रही थी इससे. क्योंकि, यह 17 साल की है और मैं 24 साल की. मेरे मन में यह सवाल दौड़ रहा था कि राधिका तू 17 साल की दिख तो जाएगी. लेकिन तेरी आंखें बता देगी कि तू 24 की है. इसके लिए मैं उदयपुर गई और वहां मैंने 15-16 साल की लड़कियों के साथ समय गुजारा. उसके बॉडी लैंग्वेज को अपनाया है. अब राधिका 17 साल की बहुत प्यारी दिख रही है.
इरफान खान के साथ पहली मुलाकात कैसी थी?
इरफान खान से पहली मुलाकात रीडिंग के समय हुई थी. मैंने बोला, हाय पापा. तो उन्होंने बोला कि अच्छा आप हैं. इक्वेशन शुरू से ही अच्छा रहा है. किसी और के लिए वो इरफान खान हैं. लेकिन मेरे लिए वो पापा हैं. इरफान सर ने भी मुझे बेटी की तरह प्यार दिया.
विदेश से इलाज कराने के बाद वो शूटिंग कर रहे थे?
शूटिंग के दौरान माहौल काफी सकारात्मक रहता था. वो इन्वॉल्व थे हर सीन के साथ. उनकी एनर्जी के लिए पूरी टीम लगी हुई थी. हर किसी ने उनको प्राथमिकता दी इस फिल्म के लिए. बहुत ही खूबसूरत रिलेशनशिप देखने को मिला था हर किसी के साथ.
आप अपने आपको किस तरह से देखती हैं?
मैं एक पहेली की तरह हूं. मेरे अंदर हर तरह के शेड छुपे हुए हैं. आप मुझे जो बना देंगे, मैं बन जाऊंगी. मैं हर दिन बदलती रहती हूं. मैं कुछ नया सीखती रहती हूं. मैं सीखना नहीं छोड़ती, इसलिए मैं हर बार कुछ नया दिखती हूं. मुझे स्टार बनना है. मैं आसमान की ऊंचाई तक जाना चाहती हूं.
दिल्ली से मुंबई आने से पहले जो सपने देखे थे वो पूरे हुए?
टीवी के पहले जो सपने देखे थे वो पा लिए. ऐक्टिंग को लेकर मैं हमेशा यही बोलती हूं कि मुझे डांसर बनना था, दुनिया घूमना था. लेकिन ऐक्टिंग ने मुझे चुन लिया. मैं सबसे ज्यादा सहज और ईमानदार कैमरे के सामने होती हूं.
और आईने के सामने?
आइने के सामने अपने आपको देखना मुझे पसंद है. बचपन से देख रही हूं. लेकिन कैमरा अलग है. कैमरा से आप कुछ छुपा नहीं सकते. कैमरा कैप्चर कर लेगा जो असलियत है.
होमी अडजानिया ने दीपिका पाडुकोने को एक ऐक्ट्रेस के तौर पर खड़ा किया. क्या राधिका मदान के साथ भी ऐसा ही होगा?
अगर ऐसा हो जाए तो क्या बात है. होमी एक डायरेक्टर के तौर पर ईमानदार और सच्चे हैं. कोई बनावटी नहीं है उनके अंदर. कॉकटेल में उन्होंने दीपिका के अंदर के सच को दिखाया है. उसी तरह से मेरे कैरेक्टर में दिखता है.
करीना कपूर के साथ काम करने का अनुभव?
मेरा बहुत कम सीन है करीना कपूर के साथ. मैं उनकी फैन हूं. मैं कांप रही थी उनसे मिलने से पहले. लेकिन वो महूसस होने नहीं देतीं कि वो इतनी बड़ी स्टार हैं. बहुत ही प्यारी हैं वो. उनसे काफी कुछ सीखने को मिलता है.
आप अंग्रेजी मीडियम से पढ़ी हैं. हिंदी मीडियम में पढ़े लोगों को लेकर आपकी सोच क्या है?
मैं इंसान को इंसान की तरह ही नापती हूं. मेरे लिए मैटर नहीं करता कि क्या लैंग्वेज है. मेरे लिए यह मायने रखता है कि व्यक्ति किस इमोशन के साथ बात कर रहा है.
पटाखा और मर्द को दर्द नहीं होता फिल्मों को दर्शकों ने पसंद नहीं किया. आप क्या महसूस करती हैं?
मेरा काम है कैरेक्टर को ईमानदारी के साथ जीना. बॉक्स आफिस से मेरा कुछ लेना नहीं है. ऐक्टिंग से मेरा है. मेरा काम सराहा जाना चाहिए.
आप छोटे कैरेक्टर भी करना चाहेंगी?
मैं तो वही करूंगी जो मेरा मन कहेगा. मैं यहां पर जिंदगियां जीकर निकल लूंगी. ऐक्टर इसलिए बनते हैं कि एक लाइफ से संतुष्ट नहीं होते हैं. इसलिए हम अलग-अलग जिंदगियां ढ़ूंढ़ते रहते हैं जीने के लिए.
स्टार किड्स के बीच फिल्म पाना कितना मुश्किल है?
मैं अपना दो सौ फीसदी देती हूं. मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि कौन क्या करे. यहां बहुत काम है सबके लिए. ओटीटी प्लेटफार्म की वजह से अब तो इतना काम है कि एक इंसान थोड़े सारे काम करेगा.
अंग्रेजी मीडियम के बाद क्या रही हैं?
इसके बाद शिद्दत की शूटिंग पूरी हो चुकी है. यह भी अलग फ्लेवर की फिल्म है. मैं चाहती हूं कि ऑडिएंस को हर बार चौकाऊं. यह लव स्टोरी है. इसमें एक तैराक की भूमिका कर रही हूं.
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