
दिल्ली एयरपोर्ट पर रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक होने से हड़कंप मच गया. जिस कंटेनर से रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक हुआ, वह टर्की से आया था. हालांकि परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) ने कहा कि एयरपोर्ट पर कोई रेडियोएक्टिव लीक नहीं हुआ है. विनाइल पायरोडाइन नाम का जो पदार्थ लीक हुआ था वह रेडियोएक्टिव नहीं है.
शुक्रवार दोपहर को मामला सामने आने के बाद एयरपोर्ट के प्रभावित क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई. किसी अप्रिय घटना से बचाव के लिए NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई. रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक होने के बाद तुरंत एक्सपर्ट्स भी बुला लिए गए. हालांकि थोड़ी ही देर बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लीकेज पर काबू पा लिए जाने की बात कही.
फोर्टिस अस्पताल के लिए आया था कंटेनर
जिस कार्गो से रेडियोएक्टिव पदार्थ लीक हुआ, उसे फोर्टिस अस्पताल के लिए लाया गया था. जब एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल पर लोगों की आंखों में जलन शुरू हुई, तो लीकेज का पता चला.
बहरहाल, राजधानी दिल्ली के बेहद सुरक्षित समझे जाने वाले इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इस तरह की घटना सामने आना चिंता पैदा करने वाली बात है.