
डेरा सच्चा सौदा के बाबा गुरमीत राम रहीम को आपने खूब देखा है. उनको कभी टीवी पर, कभी सार्वजनिक मंचों पर, कभी फिल्म के पर्दे पर तो कभी अदालत के रास्ते पर लोग देखते आए हैं. बाबा के चेहरे और रंग-ढंग से लोग बखूबी वाकिफ हैं. लेकिन क्या कभी उनकी पत्नी को आपने कभी देखा है.
ऐसा नहीं है कि बाबा के परिवार के लोग लोगों के सामने नहीं आते. बाबा की बेटियों और दामाद की तस्वीरें हर तरफ देखने को मिलती हैं. बाबा खुद भी तरह-तरह के पोज़ और अवसरों पर अपनी बेटियों और दामाद के साथ दिखाई देते रहे हैं. गुरमीत राम रहीम को जब सज़ा सुनाई गई तब भी उनकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत उनके साथ थी.
फिर ऐसा क्या है कि राम रहीम की पत्नी ही लोगों की नज़रों से दूर हैं. क्या ऐसा जानबूझकर किया गया है. क्या वजह है कि अपने बाकी बच्चों के साथ फोटो खिंचवाने वाले गुरमीत राम रहीम अपनी पत्नी को लोगों के सामने लाने और उनके चेहरे के दर्शन लोगों को करवाने से बचते रहे हैं.
क्या ऐसा तयशुदा तरीके से किया गया है और इसके पीछे कोई सोची समझी मंशा है या फिर खुद उनकी पत्नी ऐसा नहीं होने देना चाहती हैं. फिर वो क्या वजह हो सकती है कि बाबा की पत्नी लोगों के सामने आने से और लाइमलाइट से बचती रही हैं.
ऐसे कई अनुत्तरित सवाल हैं जिनको लेकर डेरा प्रेमियों के बीच अलग-अलग तर्क हैं. कुछ कहते हैं कि वो सार्वजनिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेती हैं तो कुछ बताते हैं कि उनके बारे में सुना तो है लेकिन कभी देखा नहीं.
डेरा की एक अनुयायी बताती हैं कि उन्होंने पिछले पांच वर्षों के दौरान उन्हें किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं देखा. वो बताती हैं कि बाबा की पत्नी इतना लो प्रोफाइल मेंटेन करती हैं कि अगर वो किसी कार्यक्रम में हों भी तो भी उन्हें सहज पहचान पाना संभव नहीं है.
कौन हैं डेरा प्रमुख की पत्नी?
हो सकता है आप उनके नाम से भी वाकिफ न हों. उनका नाम है हरजीत कौर. गुरमीत राम रहीम ने 10वीं की पढ़ाई छोड़ने के बाद हरजीत कौर से शादी कर ली थी. हरजीत कौर से तीन संतानें पैदा हुईं. इनमें दो बेटियां और एक बेटा है.
बेटियों के नाम चरणप्रीत और अमरप्रीत हैं. बेटे का नाम जसमीत सिंह है. इसके अलावा बाबा ने एक लड़की को गोद भी लिया जो उनकी मुंहबोली बेटी है. इसका नाम है प्रियंका तनेजा जिसे अब हनीप्रीत के नाम से जाना जाता है. बाबा के सबसे निकट उनकी यह मुंहबोली बेटी ही बताई जाती है.
डेरा के अनुयायी बताते हैं कि ऐसा कहा जाता है कि हरजीत कौर डेरे में ही रहती हैं लेकिन उन्हें डेरे में रहने वाले लोगों ने भी कम ही देखा है. बहुत कम अवसर ऐसे रहे हैं जब वो किसी को दिखाई दी हैं. जानने वाले बताते हैं कि वो सेविकाओं की तरह सादे लिबास में रहती हैं और नीचे सेविकाओं के बीच ही बैठना पसंद करती हैं इसलिए उनकी सहज ही पहचान कर पाना संभव नहीं हो पाता है.
यह भी कहा जाता है कि वो स्वेच्छा से खुद को लाइमलाइट से दूर रखती हैं और सामाजिक कार्यों में ही अपनी रुचि रखती हैं. लेकिन इसका साफ साफ जवाब लोगों के पास कम ही है कि वो कहां रहती हैं, क्या करती हैं और डेरा के कामकाज में उनकी क्या भूमिका है.
रेप के इस मामले में, जिसमें गुरमीत राम रहीम को सज़ा हुई है, के बाबत भी हरजीत कौर किसी सार्वजनिक मंच पर न तो दिखाई दीं, न ही प्रेस के सामने आईं. यहां तक कि उनकी ओर से किसी तरह की कोई अपील या वक्तव्य भी सार्वजनिक नहीं हुआ है. इस पूरे प्रकरण में भी उनका सामने न आना और दूरी बनाए रखना कई तरह के सवाल खड़े तो करता ही है.