
भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने 'कुंबले-विराट' विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. जिसकी वजह से 47 साल के भारतीय कोच को महज एक साल के अंदर अपने पद से हटना पड़ा था. दरअसल, लेग स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की टीम इंडिया के कोच के तौर पर बेहद सफल पारी का कड़वा अंत हुआ था.
इसी साल जून में चैंपियंस ट्रॉफी खत्म होने के दो दिन बाद ही जंबो ने इस्तीफा देना बेहतर समझा. कोच और कप्तान के विवाद को खत्म करने की सारी कोशिशें बेकार गई थीं. तब कुंबले ने ट्विटर पर पोस्ट किया था, 'कप्तान को उनकी शैली को लेकर कुछ दिक्कतें हैं और वह नहीं चाहते कि मैं हेड कोच के तौर पर टीम के साथ आगे भी जुड़ा रहूं.'
द्रविड़ ने इंडिया टुडे से कहा, 'अनिल के लिए यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा, जो बिल्कुल उचित नहीं था. वास्तविकता क्या है और बंद दरवाजे के पीछे क्या होता है, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. लेकिन निश्चित रूप से यह एक दुर्भाग्यपूर्ण प्रकरण था और विशेषकर अनिल जैसे किसी के लिए, जो नि:संदेह महान हैं.'
अनिल कुंबले के कोच रहते टीम इंडिया ने लगातार 5 टेस्ट सीरीज जीती. साथ ही वह नंबर-1 टीम का रुतबा हासिल कर चुकी थी. इस दौरान भारत ने घरेलू सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 13 में से 10 टेस्ट जीते, दो ड्रॉ खेले और सिर्फ एक गंवाया. इसके अलावा वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज भी जीती. कुंबले के नाम 619 टेस्ट और 337 वनडे विकेट दर्ज हैं.