
लगभग दो साल बाद अपना पहला टेस्ट शतक जमाने के बाद राहत महसूस कर रहे भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भारत ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी तकनीक में कुछ भी गड़बड़ नहीं थी.
द्रविड़ की कोचिंग में खेले थे
गौरतलब है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ चेन्नई में खेलते हुए द्रविड़ के साथ पर्याप्त समय बिताया था. उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, 'जब मैं भारत ए की तरफ से खेल रहा था तो सबसे अच्छी बात राहुल द्रविड़ ने कही. उन्होंने कहा कि मेरी तकनीक में कुछ भी गड़बड़ नहीं है. उन्होंने मुझे धैर्य बनाये रखने के लिये कहा. उन्होंने मुझे नेट्स पर बल्लेबाजी करते हुए देखा और कहा कि मैं जल्द ही बड़ी पारी खेलूंगा, श्रीलंका में या फिर भारत ए के मैचों में. इससे मेरा काफी आत्मविश्वास बढ़ा.'
जैसा खेलता था वैसे ही खेला
पुजारा ने कहा, 'उनका (द्रविड़) का मानना था कि कुल मिलाकर मैंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरों में अच्छी बल्लेबाजी की थी. बस मैं 30 या 40 के अपने स्कोर को बड़ी पारियों में नहीं बदल पा रहा हूं. इसलिए मैं जो कर रहा था मैं उस पर कायम रहा और जैसा खेलता था वैसा खेलता रहा.'
बनाए रखी अपनी एकाग्रता
पुजारा ने कहा कि आज दूसरे छोर से विकेट गिरने के बावजूद उन्होंने अपना नैसर्गिक खेल खेला. उन्होंने कहा, 'मैंने अपना नैसर्गिक खेल खेला. मैंने सोचा कि जो कुछ हो रहा है यदि मैं उस बारे में सोचता हूं जैसे कि मैं अपनी नियमित पोजीशन पर नहीं खेल रहा था और यह मेरे लिये आखिरी मौका हो सकता है, तो फिर मैं अपनी योग्यता के हिसाब से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाउंगा. मैंने कड़ी मेहनत की थी. मैंने अपनी एकाग्रता बनाए रखी. मेरी योजना सरल थी, स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश करना और नयी गेंद की चमक उतारना. एक बार जब मैं जम गया तो मैंने अपने शॉट खेलने शुरू कर दिए और अन्य खिलाडि़यों के साथ साझेदारियां निभायी.'
मिश्रा ने की शानदार बैटिंग
पुजारा ने अमित मिश्रा (59) की भी तारीफ की जिनके साथ उन्होंने आठवें विकेट के लिये शतकीय साझेदारी की. उन्होंने कहा, 'अमित मिश्रा के साथ साझेदारी वास्तव में महत्वपूर्ण थी. उसने वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की जिससे हम अभी तक 292 रन बनाने में सफल रहे. उसने दूसरी नई गेंद का सामना किया जो कि बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि यदि तब हम विकेट गंवा देते तो फिर इस समय स्थिति भिन्न होती.'
द. अफ्रीका के खिलाफ शतक याद आ गया
पुजारा ने कहा कि आज के शतक ने उनकी 2013 में जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाये गये शतक की यादें ताजा कर दी. उन्होंने कहा, 'इस शतक ने मुझे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगाये गये शतक की याद दिला दी जहां मैंने मुश्किल विकेट पर 153 रन बनाये थे. धम्मिका प्रसाद ने आज काफी अच्छी गेंदबाजी की. उसने लगातार अच्छी लाइन से गेंदबाजी की. उसकी रणनीति चौथे स्टंप को निशाना बनाकर गेंदबाजी करने की थी.'
इनपुट: भाषा