
कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन यूपी को राहुल गांधी और अखिलेश यादव का साथ पसंद होने का दावा कर रहा है. लेकिन क्या पीएम नरेंद्र मोदी का गढ़ बनारस भी इस जोड़ी को हरी झंडी देगा. इस बात की परख 11 फरवरी को होगी जब दोनों नेता इस ऐतिहासिक शहर में साझा रोड शो करेंगे. इसी दिन राज्य में पहले चरण की वोटिंग भी हो रही होगी.
वाराणसी सीट पर खास नजर
प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से चुनावी पंडितों की नजर खास तौर पर वाराणसी पर है. यहां की कुल 8 विधानसभा सीटों में से 3 पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है. 2-2 सीटें बीएसपी और समाजवादी पार्टी के पास हैं. जबकि कांग्रेस 1 सीट पर काबिज है. हालांकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद बीजेपी का समीकरण कई सीटों पर गड़बड़ा गया है.
नए उम्मीदवारों पर दांव
इस बार बीजेपी ने मौजूदा 3 विधायकों में से 2 का टिकट काट दिया है. वाराणसी-दक्षिण से 7 बार विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी की जगह नीलकंठ तिवारी को उतारा गया है. वहीं कैंट इलाके से ज्योत्सना की जगह उनके बेटे सौरभ श्रीवास्तव को मौका दिया गया है. माना जा रहा है कि चौधरी का पत्ता साफ होने से वाराणसी की दक्षिणी, उत्तरी और कैंट सीटों पर असर पड़ सकता है.