
अर्थव्यवस्था पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और वित्तमंत्री अरुण जेटली के बीच बहस बढ़ती ही जा रही है. दोनों की तरफ से वार-पलटवार हो रहा है. गुरुवार सुबह राहुल ने ट्वीट किया कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण अर्थव्यवस्था ICU में है, आपकी दवाई में दम नहीं है.
वित्त मंत्री ने बुधवार को ही कहा था कि ऐसा पहली बार हुआ है कि तीन साल लगातार भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था रही हो. मंगलवार को जो अरुण जेटली ने ऐलान किए उनपर उन्होंने कहा कि इनका चुनावों से कोई लेना देना नहीं है. इन सभी का नतीजा लंबे समय के बाद दिखेगा.
अरुण जेटली ने ये भी कहा कि जिन्होंने देश को बर्बाद किया है, अब वो प्रवचन ही करेंगे. उन्होंने कांग्रेस पर देश और दुनिया की आंखों में धूल झोंकने का भी आरोप लगाया.
इससे पहले भी राहुल गांधी ने गुजरात में एक रैली के दौरान जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स बताया था. इसके बाद राहुल गांधी ने GST का मखौल उड़ाने के लिए फिल्म शोले के डॉयलॉग का सहारा लेकर भी निशाना साधा था. राहुल ने ट्वीट कर कहा कि PM मोदी के ट्वीट का मतलब है 'ये कमाई मुझे दे दे'. राहुल ने GST लाने का श्रेय कांग्रेस को देते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस की GST का मतलब 'जेनुइन सिंपल टैक्स' है.
इस पर पलटवार करते हुए वित्त मंत्री जेटली ने राहुल गांधी के तंज पर जवाब में यूपीए सरकार के घोटालों का जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि जिन लोगों को टू-जी और कोल ब्लॉक जैसे घोटालों की आदत थी, उन्हें वैध टैक्स से समस्या होना लाजिम है.