
राहुल गांधी का कर्नाटक दौरा मंगलवार से शुरू हो गया. उन्होंने मंगलवार को मेंगलुरु में जन आशीर्वाद यात्रा में एक रैली को संबोधित किया. राहुल ने इस दौरान केंद्र की बीजेपी सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी उपाध्यक्ष पर हमला बोला. उनकी रैली की खास बातें ये रहीं-
मोदी सरकार के पास बस एक साल
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मोदी जी के मंत्री खुद स्वीकार रहे हैं कि पिछले आठ साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी अभी है. मोदी जी, युवाओं को काम और किसानों को सही दाम देना शुरू कीजिए. अब भी आप के पास एक साल है. चीन 24 घंटे में 50 हजार लोगों को रोजगार देता है. चीन आज डोकलाम तक में घुस आया है, लेकिन 56 इंच की छाती के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा है.'
कार्यकर्ता लड़ाएंगे चुनाव
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा, 'मुझे विश्वास है आप लोग भाजपा की नफरत की राजनीति को प्यार से मात दोगे. वे आपको गाली देंगे, बुरा बोलेंगे लेकिन हम उनको प्यार से हराएंगे. सत्य की इस लड़ाई में प्यार हमारा सबसे बड़ा हथियार होगा. मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह चुनाव उन कार्यकर्ताओं द्वारा लड़ा जाएगा, जिन्होंने लोगों और पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है.'
कर्नाटक में केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा
राहुल ने कहा, 'देश झूठी बातों से नहीं चलता. यह सच के रास्ते पर चलने से आगे बढ़ता है. यह श्री नारायण गुरु और बसावना जैसे बड़े लोगों के दिखाए रास्ते पर चलने से आगे बढ़ता है. गुजरात में छात्रों ने मुझे बताया कि ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई में उनके 15 लाख रुपये खर्च होते हैं, लेकिन कर्नाटक में लड़कियों को केजी से लेकर पीजी तक फ्री में शिक्षा मिलती है.'
सत्ता के लिए बीजेपी कुछ भी करेगी
राहुल ने कहा, 'हजारों साल पहले कुरुक्षेत्र में महाभारत का युद्ध हुआ था, एक तरफ कौरव थे, उनके पास सेना और संगठन था, धन था. दूसरी ओर पांडव थे, छोटी सी सेना थी. लेकिन दोनों में अंतर था कि कौरव सत्ता के लिए और पांडव सत्य के लिए लड़ रहे थे.' उन्होंने कहा, 'उस समय सवाल यह था कि हिंदुस्तान सच के रास्ते पर चलेगा या झूठ के रास्ते पर चलेगा. बीजेपी सत्ता के लिए कुछ भी कर देती है. इन्होंने गोवा में, मेघालय में, मणिपुर में, अरुणाचल में पैसे देकर एमएलए और सरकार खरीदी. ये लोग हिंसा फैलाते हैं, पैसे देकर सरकार बनाते हैं, देश को बांटते हैं, सत्ता के लिए सब कुछ कर डालते हैं.' उन्होंने कहा, 'मोदी जी आएंगे, एक के बाद एक झूठ बोलेंगे. देश जानता है कि बीजेपी और कांग्रेस में क्या फर्क है. देश जानता है कि बीजेपी के अध्यक्ष पर मर्डर का आरोप है. सब जानते हैं कि ये लोग मार डालेंगे, जला डालेंगे, सत्ता के लिए कुछ भी करेंगे.'
'मोदी को अच्छे नहीं लगे 500-1000 के नोट'
राहुल ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर हमला किया. उन्होंने कहा, 'मोदी जी ने क्या किया, मैं बताता हूं. 8 नवंबर को पूरे हिंदुस्तान को कहते हैं- भाइयो-बहनो, 500 और 1000 के नोट मुझे अच्छे नहीं लगते और मैं इसको रद्द करने जा रहा हूं. खत्म करने जा रहा हूं. ऐसे हिला दिया हिंदुस्तान को. आप सब लाइन में जाकर खड़े हुए, उन्हीं राष्ट्रीय बैंकों के सामने जो कांग्रेस के समय में खुले थे और पीछे के दरवाजे से मोदी के दोस्त एसी में बैठक नोट बदल रहे थे. लाखों-करोड़ों के बिजनेस ठप हो गए, ऐसी थी काले धन के खिलाफ इनकी लड़ाई. हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार आप पढ़ते हो कि नीरव मोदी और उनके रिश्तेदार मेहुल चोकसी आपके हजारों करोड़ रुपये ले जाते हैं. मोदी जी उन्हें अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन हिंदुस्तान के चौकीदार इस पर कुछ नहीं कहते हैं.'
'मैं केवल एक बार मोदीजी के ऑफिस में गया'
राहुल ने कहा , 'पिछले कुछ समय में सारी कंपनियां बर्बाद हो गईं, पर बीजेपी के प्रेसिडेंट अमित शाह के बेटे की कंपनी ने 50 हजार रुपये को तीन महीने में 80 करोड़ में बदल दिया. इस पर भी हमारा चौकीदार एक शब्द नहीं कहता है.' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'मोदीजी ने 2.5 लाख करोड़ रुपये 10-15 उद्योगपतियों के माफ कर दिए. मैं मोदी के ऑफिस में गया, आज तक एक ही बार गया हूं. लेकिन देश के करोड़ों किसानों का कर्जा माफ करने के मेरे सवाल को उन्होंने नजरअंदाज कर दिया. यही सवाल मैंने सिद्धारमैया जी और खड़गे जी से कहा- इन्होंने 10 दिन में कर्नाटक के किसानों का 8 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया.'
राफेल डील को कर्नाटक से जोड़ा
राहुल ने राफेल डील पर भी केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा, 'राफेल बनाने वाली कंपनी द्वारा बताई कीमत के अनुसार मोदीजी ने प्रत्येक राफेल को तीन गुना ज्यादा मूल्य पर खरीदा और मोदीजी ने आप लोगों के 40,000 करोड़ रुपये अपने मित्रों को दे दिए. इसे कहते हैं- चोरी और सीनाजोरी. इस डील को बेंगलुरु के सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी से हटाकर मोदी जी के एक दोस्त को दे दिया. बेंगलुरु के युवाओं से नौकरी का मौका छीन लिया गया.'