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कर्नाटक में राहुल का ऐलान- सत्ता में आए तो 10 दिन में देशभर के किसानों का कर्ज होगा माफ

कलगी में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बसावना के विचारों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बसावना की मूर्ति के सामने झूठ बोलते हैं.

कर्नाटक दौरे पर राहुल गांधी कर्नाटक दौरे पर राहुल गांधी
जावेद अख़्तर
  • बंगलुरू,
  • 04 मई 2018,
  • अपडेटेड 2:21 PM IST

कर्नाटक का रण अपने अंतिम दौर में पहुंच चुका है. जिसके मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी समेत दूसरे राजनीतिक दलों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मैराथन रैलियों के बाद आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं करने का कार्यक्रम है.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज उत्तर कर्नाटक में फोकस कर रहे हैं. यह लिंगायत समुदाय के प्रभुत्व वाला इलाका माना जाता है, जिनकी संख्या राज्य में सबसे ज्यादा है. 

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कलगी जनसभा में क्या बोले राहुल

कलगी में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने बसावना के विचारों का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बसावना की मूर्ति के सामने झूठ बोलते हैं.

राहुल ने कहा, 'पीएम मोदी अंबेडकर की बात करते हैं, लेकिन पूरे देश में उनके लोग दलितों को कुचल रहे हैं और मार रहे हैं. पीएम मोदी अंबेडकर की बात करते हैं, लेकिन जब उन पर जुल्म होता है तो एक शब्द भी नहीं बोलते.'

पीएम मोदी भ्रष्टाचार की बात करते हैं लेकिन वो जब कर्नाटक आए तो सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री येदियुरप्पा उनकी बगल में खड़े नजर आते हैं. राहुल ने कहा, ' रेड्डी ब्रदर्स ने 35 हजार करोड़ रुपया कर्नाटक से चोरी किया और बीजेपी उन्हें टिकट दे रही है.'

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मोदी जी ने मेरी नहीं सुनी

राहुल ने कहा, 'मैं मोदी जी के ऑफिस गया और खुद उनसे किसानों का कर्ज माफ करने की मांग की. उन्होंने मेरे सवाल का जवाब तक नहीं दिया. वहीं, जब मैंने सिद्धारमैया जी से पूछा तो उन्होंने 10 दिन के अंदर किसानों का 8 हजार करोड़ का कर्ज माफ कर दिया.' राहुल ने वादा किया कि जब केंद्र में हमारी सरकार आएगी तो 10 दिन के अंदर हम पूरे देश के किसानों का कर्ज माफ करेंगे.

'मैं नरेंद्र मोदी से नहीं डरता'

राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी और गडकरी खुद मानते हैं कि कर्नाटक की सड़कें सबसे अच्छी हैं. यहां रोजगार की दिक्कत नहीं है. किसान खुश हैं. इसलिए कर्नाटक में पीएम मोदी के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वो मुझ पर निजी हमले करते हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'पीएम मोदी मुझ पर पर्सनल अटैक करते हैं और कहते हैं कि राहुल को भाषण देना नहीं आता है. मगर, वो प्रधानमंत्री हैं और मैं इस पद की इज्जत करता हूं. इसलिए मैं कभी उनकी निजी आलोचना नहीं करूंगा. मगर, उनसे सवाल पूछूंगा. मैं नरेंद्र मोदी से नहीं डरता हूं.'

कठुआ का केस भी उठाया

राहुल ने कठुआ गैंगरेप की घटना भी उठाई. उन्होंने कहा कि कठुआ में 8 साल की बच्ची से वीभत्स घटना हुई, लेकिन पीएम मोदी की जुबान से एक शब्द नहीं निकला. उन्होंने कहा, 'इतिहास में पहली बार हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को सीधे बताया गया कि आप देश की महिलाएं रक्षा नहीं करते हैं.'

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लिंगायत वोट सबसे ज्यादा

कर्नाटक की राजनीति में मठों का बड़ा असर माना जाता है. जातीय समीकरण के लिहाज से मठों का अपना प्रभुत्व है. राज्य में प्रमुख रूप से तीन मठों का वर्चस्व है, जो तीन अलग-अलग समुदायों का प्रतिनिधित्व करते हैं. ये तीन मठ लिंगायत समुदाय, वोक्कालिग्गा समुदाय और कुरबा समुदाय से जुड़े हैं.

लिंगायत समुदाय की करीब 17 फीसदी आबादी है. राज्य विधानसभा की 224 सीटों में से 100 पर इस समुदाय का प्रभाव माना जाता है. यही वजह है कि बीजेपी ने एक बार फिर लिंगायत समुदाय से आने वाले बी.एस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.

वहीं, कांग्रेस के मुख्यमंत्री के. सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय को अलग धर्म की मान्यता देने की मांग मानते हुए बड़ा पासा चला है. पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में लिंगायत समुदाय पर लिए गए फैसले पर बोलने से बचते दिखाई दिए. वहीं, लिंगायत समुदाय की मांग पूरी करने के बाद अब राहुल समुदाय के बीच वोट मांगने उतरे हैं.

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