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झप्पी पॉलिटिक्स: राहुल बोले- मुझे देखकर आजकल बीजेपी नेता 2 कदम पीछे हट जाते हैं!

संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गले लगाने के 5 दिनों बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर अपनी 'झप्पी पॉलिटिक्स' पर खुल कर राय जाहिर की है. राहुल ने मजाकिया लहजे में कहा कि आज कल बीजेपी नेता मुझे देख कर दो कदम पीछे हो जाते हैं कि कहीं मै उन्हे गले न लगा लूं !

पीएम नरेंद्र मोदी को गले लगाते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी को गले लगाते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी
विवेक पाठक/कुमार विक्रांत
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 9:37 PM IST

संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गले लगाने के 5 दिनों बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर अपनी 'झप्पी पॉलिटिक्स' पर खुल कर राय जाहिर की है. राहुल ने मजाकिया लहजे में कहा कि आज कल बीजेपी नेता मुझे देख कर दो कदम पीछे हो जाते हैं कि कहीं मैं उन्हें गले न लगा लूं!

दरअसल, वरिष्ठ पत्रकार करण थापर की किताब 'डेविल्स एडवोकेट' के विमोचन में पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि देश में काफी नफरत और गुस्से का माहौल है. हमारा धर्म हमें नफरत में कैद होना नहीं सिखाता. हम बीजेपी और मोदी सरकार से लड़ेंगे, लेकिन बगैर नफरत के.

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इस कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी, शशि थरूर समेत कांग्रेस के कई नेता और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी भी मौजूद थे. राहुल गांधी और मनमोहन सिंह ने किताब का विमोचन किया.

इसके बाद अपने छोटे से भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि देश में काफी गुस्सा, नफरत, फ्रस्ट्रेशन का माहौल है. सभी नेता दुनिया को अपने तरीके से देखना चाहते हैं. राजनीति का तरीका टकराव भरा है. लेकिन मैं ऐसे परिवेश में बड़ा नहीं हुआ हूं. सामने बैठे लाल कृष्ण आडवाणी का नाम लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आडवाणी जी भी मेरी बात से सहमत होंगे.

राहुल गांधी ने अपनी वियतनाम यात्रा से जुड़ी एक कहानी सुनाई. उन्होंने एक ऐसे शख्स से अपनी बातचीत को साझा किया जिसकी मां अमेरिकी बम का शिकार हो गई थी. उसके गांव के तमाम लोग मारे गए थे. अमेरिकी फौज से लड़ते हुए उसके पूरे शरीर पर जख्म के निशान थे यहां तक कि एक अमेरिकी सैनिक ने उसके सर पर ग्रेनेड फेंका था जिस वजह से उसके सर पर गहरा घाव बन गया था. राहुल ने उस शख्स से पूछा कि क्या वो अमेरिकियों से नफरत करते हैं? जवाब मिला, नहीं, मैं उनसे लड़ा लेकिन नफरत नहीं करता. नफरत आपकी अपनी पसंद होती है.

इसके बाद राहुल फिर आडवाणी पर आए और कहा, कि आडवाणी से असहमति हो सकती है लेकिन नफरत नहीं. मैं इनसे भी गले मिल सकता हूँ. हम गले मिल के भी लड़ सकते हैं. राहुल ने मजाकिया लहजे में कहा मुझे देख कर आजकल बीजेपी नेता 2 कदम पीछे हट जाते हैं!

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भाषण के आखिरी हिस्से में राहुल ने सीताराम येचुरी को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सब मोदी सरकार से लड़ सकते हैं, लेकिन नफरत करने की जरूरत नहीं है. इसके बाद अंत में राहुल ने कहा 'पता नहीं बदले में वो लोग मुझे आदर देंगे या नहीं'!

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