
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पूरी तरह चुनावी मोड में दिखे. राहुल गांधी ने आगामी लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार को विपक्ष और उन्ही के सांसदों द्वारा हराए जाने की भविष्यवाणी कर दी.
दरअसल जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण के दौरान हंगामे की वजह से सदन के 10 मिनट के स्थगन के बाद बहस दोबारा शुरू हुई तब वापस लौटकर राहुल ने कहा कि जब वे ब्रेक के दौरान अंदर गए तब सत्ताधारी दल बीजेपी के सांसदों और घटक दलों के नेताओं ने उनके भाषण की तारीफ की. राहुल ने यह भी कहा कि अकाली दल से सांसद और मोदी सरकार के मंत्री हरसिमरत कौर बादल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अकाली दल की नेता उन्हे देखकर मुस्कुरा रहीं थीं.
राहुल ने आगे कहा कि आज यह भावना पूरे देश में है. उनका काम इसी भावना को जोड़ने की है. इसके बाद राहुल ने कहा कि पूरा का पूरा विपक्ष और आपके (बीजेपी) के बहुत सारे लोग मिलकर पीएम मोदी को चुनाव में हराने जा रहे हैं.
राहुल के भाषण के इस अंग से एक मायना यह भी निकाला जा सकता है कि दरअसल कांग्रेस की रणनीति प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बीजेपी के उन नेताओं को मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद करने की है जो दबी जुबान में पीएम से नाराज हैं. लेकिन डर की वजह से मुखर नहीं हो पा रहे हैं.
अभी हाल ही में महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया से बीजेपी सांसद नाना पटोले पार्टी और संसद से त्यागपत्र देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे. वहीं बिहार से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और कीर्ति आजाद भी पार्टी में रहकर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. शत्रुघ्न सिन्हा आरजेडी के साथ अपनी नजदीकी खुलकर जाहिर करते रहे हैं. वहीं कीर्ति आजाद की पत्नी और दिल्ली से पूर्व विधायक पूनम आजाद कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं.बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले खुलकर मोदी व यूपी के योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. वहीं कुछ ऐसे सांसद भी हैं जिनका टिकट कटना तय है लेकिन वे सरकार के खिलाफ अभी खुलकर सामने नहीं आ रहे है.
बता दें कि 2014 चुनावों से पहले बड़ी संख्या में कांग्रेस के सांसद और नेता बीजेपी में शामिल हुए थे. जिनमें लगभग 90 फीसदी कांग्रेस नेता बीजेपी से सांसद भी बने. गुरुग्राम से सांसद व केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, हरियाणा से कांग्रेस नेता चौधरी वीरेंद्र सिंह, यूपी के गोण्डा से कांग्रेस नेता जगदम्बिका पाल ऐसे बड़े नेता रहे जिन्होने कांग्रेस की संभावित हार को देखते हुए बीजेपी का दमन थामा था.
अब ऐसा मालूम पड़ रहा है कि कांग्रेस बीजेपी की रणनीति उसी पर दोहराना चाह रही है और उसके असंतुष्ट सांसद और घटक दलों को विपक्षी खेमे में लाना चाहती है.