
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने नेशलन हेराल्ड मामले में आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है. ईरानी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की कंपनी एसोसिएट्स जर्नल्स ने 50 लाख देकर 90 करोड़ का लोन लिया. इसकी मदर कंपनी यंग इंडिया नेशनल हेरॉल्ड जैसे कांग्रेस मुखपत्र प्रकाशित करती है जबकि इस कपंनी की मंशा अखबार चलाने की कतई नहीं है.
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने इनकम टैक्स नियमों का उल्लंघन किया है. साथ ही कोर्ट पर भी दबाव बनाया कि वह मीडिया को मामले से जुड़ी खबरें प्रकाशित करने से रोके, लेकिन दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार को उनकी मांग खारिज कर दी. ईरानी ने कहा कि अगर कुछ गलत नहीं हुआ तो राहुलजी संकोच क्यों करते हैं, यह देश को पता लगना चाहिए.
स्मृति ईरानी ने कहा कि एक ओर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी की आर्थिक गतिविधियों का पर्दाफाश होता है, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाखों आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए कुछ अहम घोषणाओं का ऐलान किया है. उनका मानदेय बढ़ाया गया है और आशा कार्यकर्ताओं के लिए बीमा की योजना भी लाई गई है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की गतिविधियों से साफ है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ खुद को सशक्त करने के मसकद से काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी की ओर से आम करदाता का पैसा हड़पने की कोशिश की गई है. ईरानी ने कहा कि यूपीए सरकार में आरबीआई गवर्नर रहे रघुराम राजन भी कह चुके हैं कि बीती सरकार में एनपीए बढ़ा है जिससे बैंकिंग सिस्टम को भारी नुकसान पहुंचा है.
हाई कोर्ट से राहुल गांधी को झटका
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी को आयकर विभाग के नोटिस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने राहत देने से इनकार कर दिया है. जस्टिस एस रवीन्द्र भट्ट और जस्टिस ए के चावला की खंडपीठ ने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और ऑस्कर फर्नांडिस की अपील खारिज कर दी है.
हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और ऑस्कर फर्नांडिस के पास दो रास्ते हैं, या तो हाईकोर्ट के आदेश पर अब ये आयकर विभाग के सामने पेश हों और अपनी दलीलें व तथ्य रखें या फिर दूसरा रास्ता सुप्रीम कोर्ट जाता है जहां दिल्ली हाइकोर्ट के इस आदेश को चुनौती दें.
ये है पूरा मामला
एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे ले लिया था. इसका अर्थ ये हुआ कि पार्टी ने इसे 90 करोड़ का लोन दे दिया. इसके बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है. बाकी की 24 फीसदी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास है.
इसके बाद टीएजेएल के 10-10 रुपये के नौ करोड़ शेयर 'यंग इंडियन' को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडियन को कांग्रेस का लोन चुकाना था. 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99 फीसदी शेयर हासिल हो गए. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन भी माफ कर दिया. यानी 'यंग इंडियन' को मुफ्त में टीएजेएल का स्वामित्व मिल गया.