Advertisement

हार के सिलसिले को तोड़ने में जुटे राहुल गांधी, वॉर रूम में बुलाई अहम बैठक

राहुल गांधी ने 18 अप्रैल को भी इसी तरह की बैठक बुलाई थी. बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को उन राज्यों में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए कहा था जहां चुनाव होने वाले हैं.

कांग्रेस के सियासी नसीब बदल पाएंगे राहुल गांधी? कांग्रेस के सियासी नसीब बदल पाएंगे राहुल गांधी?
सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 21 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 9:52 AM IST

चुनावी हार के सिलसिले को रोकने के लिए कांग्रेस के भीतर कोशिशें शुरू हो गई हैं. इसके लिए राहुल गांधी इन दिनों अपने नेताओं के साथ बैठकों के दौर में मसरूफ हैं. ऐसी ही बैठक शुक्रवार को दिल्ली में पार्टी के वार रूम में बुलाई गई है. बैठक में कई राज्यों से सीनियर कांग्रेस नेता शरीक हो रहे हैं.

क्या है बैठक का एजेंडा?
पार्टी के गिरते ग्राफ की दिशा पलटने के लिए कांग्रेस ने संगठन में बदलाव की तैयारी की है. संगठनात्मक चुनावों की तारीखों का ऐलान हो चुका है. ये चुनावी प्रक्रिया दिसंबर तक खत्म होनी है. समझा जा रहा है कि मीटिंग में इन चुनावों को लेकर चर्चा होगी. चुनाव आयोग पहले ही पार्टी को इस काम के लिए दी गई मोहलत को छह महीने के लिए बढ़ा चुका है.

Advertisement

क्या है राहुल का मंत्र?
राहुल गांधी ने 18 अप्रैल को भी इसी तरह की बैठक बुलाई थी. बैठक में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को उन राज्यों में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए कहा था जहां चुनाव होने वाले हैं. बैठक में राहुल ने नेताओं से पार्टी के लिए ज्यादा वक्त देने का अनुरोध किया और खासकर गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में संगठन की मजबूती पर जोर दिया. उन्होंने पार्टी के नेताओं से संगठन को पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक मजबूत बनाने के लिए सुझाव भी मांगे थे.

बदलाव की बढ़ती मांग
एक के बाद एक मिल रही हार के बाद कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं. पार्टी के कुछ धड़ों में नेतृत्व के बदलाव की मांग भी उठ रही है. लेकिन अब तक कांग्रेस अपने सियासी सितारों को गर्दिश से बाहर नहीं ला पाई है.

Advertisement


Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement