
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 6 सितंबर से यूपी के चुनावी महासमर में उतरेंगे. कांग्रेस ने राहुल की इस यूपी यात्रा को महायात्रा का नाम दिया है. तकरीबन एक महीने चलने वाली इस यात्रा में राहुल छोटी सभाएं और रोड शो करेंगे. कांग्रेस ने साफ किया कि राहुल कोई बड़ी रैली नहीं करेंगे और यात्रा के दौरान जनता से सीधा संवाद करेंगे. हालांकि राहुल की बहन प्रियंका गांधी कब यूपी के मैदान में उतरेंगी इस बाबत कांग्रेस ने अब भी चुप्पी साध रखी है.
कार्यकर्ताओं में भरेंगे जोश
कांग्रेस ने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव पूरे दमखम से साथ लड़ने की रणनीति तैयार की है. सोनिया गांधी के वाराणसी रोड शो की सफलता के बाद अब राहुल गांधी भी यूपी में पूरी ताकत से चुनाव प्रचार में कूद रहे हैं. कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं और वोटरों में जोश भरने के लिए पार्टी के युवराज राहुल गांधी को मैदान-ए-जंग में उतारने का ऐलान कर दिया है. 27 साल यूपी बेहाल के नारे के साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबव्बर और मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित के नेतृत्व में पहले से ही 2 यात्राएं चल रही हैं. राहुल की ये यात्रा उनसे अलग होंगी.
किसान, कामगारों और नौजवानों से मिलेंगे
कांग्रेस के प्लान के मुताबिक राहुल महायात्रा के दौरान 2500 किलोमीटर का सफर तय करेंगे, जिसकी शुरुआत 6 सितंबर को देवरिया जिले के रुद्रपुर से होगी. यात्रा के दौरान वो 55 लोकसभा और 223 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेंगे. 39 जिलों से होकर निकलने वाली यात्रा में राहुल 21 जिलों में छोटी रैलियां और गांवों में खाट बैठक भी करेंगे. रोड शो में राहुल किसानों, कामगारों और नौजवानों पर फोकस करेंगे. कोई बड़ी जनसभा नहीं करेंगे.
अयोध्या में रामलला के दर्शन कर सकते हैं राहुल
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी को महायात्रा के दौरान अयोध्या ले जाने की तैयारी भी हो रही है. कांग्रेस के एक धड़े का मानना है कि राहुल के रामलला का दर्शन करने से वोटरों में अच्छा संदेश जाएगा. लेकिन कुछ नेताओं की विपरीत राय की वजह से इस पर फैसला होना अभी बाकी है. राहुल की यात्रा के बेहतर मीडिया प्रबंधन के लिए कांग्रेस ने तीन मीडिया प्रभारी भी नियुक्त किए हैं. ये नेता है पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, राजीव शुक्ला और पूर्व प्रवक्ता मीम अफजल.