
दिल्ली और बेंगलुरु के बीच रेलवे ने पहली ऐसी मालगाड़ी शुरू की है जो निश्चित समय पर चला करेगी. तय समय पर चलने वाली इस तरह की मालगाड़ियों को अब 'कार्गों एक्सप्रेस' के नाम से जाना जाएगा. पहली बार इसे समय-सारणी के हिसाब से चलाया जा रहा है. रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को पहली कार्गो एक्सप्रेस को रवाना किया.
पिछली व्यवस्था से होता था नुकसान
यह ट्रेन दिल्ली के ओखला से बेंगलुरु के व्हाइट फिल्ड तक की दूरी निर्धारित 70 घंटे में पहुंच जाएगी. समय के साथ सभी मालगाड़ियों का परिचालन पूरी समय-सारणी के हिसाब से होगा . पहले मालगाड़ियों के लिए कोई निर्धारित समय सारणी नहीं थी. नतीजा ट्रेनें 50 घंटे की दूरी 100-120 घंटे में तय करती थी. जिसका खामियाजा कई बार आमलोगों को भी भुगतना पड़ता था. कई बार बिजली उत्पादन थर्मल पावर में कोयले की आपूर्ति नहीं हो पाती थी और कोयले से लदी मालगाड़ियां रास्ते में फंसी होती थी. यही नहीं, कई खाद्य सामग्री भी बर्बाद हो जा रही थी.
उद्योगों को होगा फायदा
यात्रियों के लिए सुविधाओं की बरसात करने वाली रेलवे अब व्यापारियों और उद्योग जगत के लिए सुविधाओं की शुरुआत करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि उससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रेलवे को भी राजस्व की आय बढ़ेगी क्योंकि कार्गो एक्सप्रेस के समय से परिचालन से उद्योग जगत का आकर्षण बढ़ेगा. रेलमंत्री ने दावा किया कि समय से परिचालन से ट्रेनों के परिचालन में 45 प्रतिशत की वृद्धि होगी.
रेलवे उतार सकती है और मालगाड़ियां
खास बात ये है कि दिल्ली और बेंगलुरु के बीच व्हाइट गुड्स यानी फ्रिज, एसी जैसे सामान को लाने और ले जाने के लिए कार्गो एक्सप्रेस का इस्तेमाल किया जाएगा. कार्गो एक्सप्रेस के प्रति लोगों का रुझान देखकर रेलवे आने वाले दिनों में और भी रूट्स पर कार्गो एक्सप्रेस के नाम से मालगाड़ियां चलाने की योजना बना रही है.