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जून के आखिरी सप्ताह में उत्तर प्रदेश में मानसून ने दस्तक दर्ज कराते हुए राज्य के पूर्वी हिस्सों को भिगोया है. अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना भी है. तो वहीं, उत्तराखंड में बारिश के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. कई जगहों पर चेतावनी जारी की जा चुकी है.
यूपी के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून आ चुका है और आने वाले कुछ दिनों में इसके पूरे प्रदेश पर छा जाने की संभावना है. मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के पूर्वी स्थानों में कुछ जगहों पर जबकि पश्चिमी हिस्सों के एक-दो स्थानों पर बारिश हुई. इस दौरान बुढ़ाना में सबसे ज्यादा सात सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
इसके अलावा बलरामपुर में छह, बहराइच में पांच, ललितपुर में चार, कालपी में तीन, बिलग्राम और शाहजहांपुर में दो-दो, नरैनी, मुहम्मदी, खीरी, फतेहगढ़, चन्द्रदीपघाट, मौदहा और महरौनी में एक-एक सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.
उत्तराखंड में भूस्खलन और भारी बारिश की चेतावनी
उत्तराखंड मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य में विशेषकर ऊंचाई पर स्थित जिलों में गुरुवार से दो दिनों तक भारी बारिश और भूस्खलन होने की चेतावनी जारी की है. मौसम कार्यालय के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि 25 जून की सुबह से अगले 48 घंटों तक अलग-अलग स्थानों पर विशेषकर उत्तराखंड के उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौड़ागढ जिलों में भारी बारिश हो सकती है. संवेदनशील क्षेत्रों में हल्का भूस्खलन भी हो सकता है.
उन्होंने इस समय चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को एहतियाती उपाय बरतने और ऐसे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी है जहां पर भूस्खलन का खतरा रहता है.
- इनपुट भाषा