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अजमेर शरीफ दरगाह को मंदिर बताने वाला वीडियो वायरल, बढ़ाई गई सुरक्षा

शिवसेना हिंदुस्तान नाम के हिंदूवादी संगठन की ओर से जारी वीडियो में अजमेर दरगाह को हिंदू मंदिर बताया गया है और बाबरी मस्जिद की तर्ज पर उसे भी ढहाने का आह्वान किया गया है.

शिवसेना हिंदुस्तान नाम के संगठन पर आरोप शिवसेना हिंदुस्तान नाम के संगठन पर आरोप
आशुतोष कुमार मौर्य
  • जयपुर,
  • 30 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:28 AM IST

राजस्थान में सांप्रदायिक दंगे भड़काने के उद्देश्य से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दिए गए भड़काऊ भाषण का वीडियो वायरल हुआ है. वीडियो सामने आने के बाद प्रशासन ने अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर सुरक्षा बंदोबस्त कड़े कर दिए हैं. वीडियो में भड़काऊ भाषण देने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.

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पुलिस अधीक्षक राजेंद्र सिंह के मुताबिक, शिवसेना हिंदुस्तान नाम के हिंदूवादी संगठन की ओर से जारी वीडियो में अजमेर दरगाह को हिंदू मंदिर बताया गया है और बाबरी मस्जिद की तर्ज पर उसे भी ढहाने का आह्वान किया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद दरगाह मैनेजमेंट के सदस्यों ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का आग्रह किया था.

पुलिस अधिकारी ने बताया, "हमारी फोर्स पहले से वहां तैनात है और हम किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए कुछ-कुछ अंतराल पर स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं. हमने अपनी टीम के सदस्यों को हालात के हिसाब से कार्रवाई करने का निर्देश दिया हुआ है. मौके पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं."

दरगाह के प्रबंधन से जुड़े समीर चिश्ती के मुताबिक, "हम कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा दिए गए अपमानजनक बयानों की कड़ी निंदा करते हैं, जो देश में शांति और सौहार्द को बिगाड़ना चाहते हैं." उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो की जांच करने की जरूरत है.

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साथ ही उन्होंने कहा कि जांच के नतीजों को सार्वजनिक किया जाना चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए. हम सूफी हैं और हमारा लक्ष्य लोगों के बीच प्रेम, शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना है.

चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन सलमान चिश्ती ने भी कहा है कि पिछले 800 वर्षों से हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक इस दरगाह को पहली बार विवाद में घसीटने की कोशिश की जा रही है. देवबंद के उलेमा ने भी सरकार से ऐसे संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने और इन संगठनों को प्रतिबंधित करने की मांग की है.

इस बीच, शिवसेना हिन्दुस्तान ने वायरल हो रहे वीडियो से खुद को दूर कर लिया है और कहा है कि यह उनके खिलाफ साजिश है. संगठन ने राष्ट्रपति को और पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर मामले को जल्द से जल्द देखने का अनुरोध भी किया है.

अजमेर के SHO संजय बोथारा ने बताया कि इंटरनेट पर वायरल हुए इस वीडियो में शिवसेना हिन्दुस्तान का सदस्य लखन सिंह धार्मिक आधार पर भड़काऊ बातें कहता पाया गया. उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया है और यही वीडियो उसके मोबाइल में भी मिला. इस वीडियो को आगे की जांच के लिए भेजा गया है.

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