
राजस्थान के अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल में आग लगने से हुई बच्ची की मौत मामले में कार्रवाई हुई है. मामले में दो डॉक्टरों सहित 6 लोगों को निलंबित कर दिया गया है.
शिशु अस्पताल प्रभारी डॉ महेश वशिस्ठ और मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया गया है. वहीं अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रिशियन की भी सेवा समाप्त कर दी गई.
गीतानंद शिशु अस्पताल में आग लगने की घटना पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने इससे पहले बड़ी कार्रवाई की थी. उन्होंने घटना पर दुख जताया था और मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी. जिस वक्त अस्पताल में आग लगी उस दौरान वहां पर 15 बच्चे थे. वहां एक नवजात की आज जयपुर में मौत हो गई, जबकि 14 बच्चों को बचा लिया गया.
स्वास्थ्य मंत्री ने जांच के लिए बनाई समिति
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि जिसने भी लापरवाही की होगी उसके खिलाफ शाम तक कार्रवाई होगी. दरअसल राजस्थान में अलवर स्थित गीतानंद चिल्ड्रन अस्पताल की नवजात देखभाल इकाई में मंगलवार को शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने से 15 दिन की एक बच्ची गंभीर रूप से झुलस गई थी.
घटना के बाद नवजात बच्ची को जयपुर के जेके लॉन अस्पताल में ट्रांसफर किया गया था. जिस वक्त शॉट सर्किट हुआ उस वक्त अस्पताल का कोई भी कर्मचारी घटनास्थल पर मौजूद नहीं था.
गंभीर रूप से झुलसी थी बच्ची
एक हफ्ते से बच्ची अस्पताल में भर्ती थी, जैसे ही उस वार्ड से स्टाफ के कर्मचारियों ने धुंआ निकलते हुए देखा, वे तुरंत बच्ची को बचाने के लिए वहां गए. लेकिन तब तक बच्ची आग से झुलस चुकी थी . इस घटना के तुरंत बाद यूनिट से 15 अन्य बच्चों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया था. बच्ची की वहीं मौत हो गई थी.