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राजस्थान में इस साल के आखिर तक विधानसभा चुनाव होने हैं. भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को सीएम उम्मीदवार घोषित किया है, जबकि कांग्रेस को युवा नेता सचिन पायलट लीड कर रहे हैं.
विधानसभा का समीकरण
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीटें हैं. इनमें 142 सीट सामान्य, 33 सीट अनुसूचित जाति और 25 सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसने 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी. बहुजन समाज पार्टी को 3, नेशनल पीपुल्स पार्टी को 4, नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.
चुरू जिले का चुनावी समीकरण
चुरू जिला शेखावटी रीजन में आता है और यहां कुल 6 विधानसभा सीट हैं. 2013 के चुनाव में जिले में कुल 12,33,051 वोटर्स थे, जिनमें से 9,43,249 लोगों (76.5%) ने अपने मतों का इस्तेमाल किया था. यहां 5 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं, जबकि 1 सीट अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है.
सामान्य सीटों में सादुलपुर, तारानगर, सरदारशहर, चुरू, रतनगढ़ है. जबकि सुजानगढ़ सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इनमें से 4 सीट पर बीजेपी, 1 पर कांग्रेस और 1 पर बहुजन समाज पार्टी ने जीत दर्ज की थी. जिले की इकलौती आरक्षित सीट पर बीजेपी को जीत मिली थी. वोट शेयर की बात की जाए तो बीजेपी को करीब 48 और कांग्रेस को 38 प्रतिशत वोट हासिल हुआ था. जबकि बहुजन समाज पार्टी के खाते में 9 प्रतिशत वोट गया था.
चुरू भारत में राजस्थान राज्य के शेखावाटी क्षेत्र का एक जिला है. इसे थार मरुस्थल का द्वार भी कहा जाता है. कहते हैं कि चूरू की स्थापना चूहड़ा जाट ने 1620 ई. में की थी। जिसके नाम से इसका नाम चूरू पड़ा. देश के स्टील किंग के नाम से विख्यात लक्ष्मी निवास मित्तल भी मूलत: इसी ज़िले के राजगढ़ कस्बे के रहने वाले हैं. यहां नाथ साधुओं का अखाड़ा भी है, जहां बड़े बड़े देवताओं की मूर्तियां बनी हैं. चूरू का किला दुनिया का एक मात्र ऐसा किला है जहां आजादी की रक्षा के लिए गोला बारूद खत्म हो जाने पर चांदी के गोले दागे गए.
सरदार शहर सीट
महाराजा सरदार सिंह ने सिंहासनारुढ़ होने के पूर्व ही यहां पर एक किला बनवाया था। शहर के चारों तरफ टीलें हैं, जिससे इसका सौंदर्य बहुत बढ़ गया है। ऐतिहासिक दृष्टि से महत्व रखने वाली एक छतरी भी है. यहां से मोहन लाल शर्मा, हजारीमल सारण, अशोक पींचा, केसरा बोहरा भी विधायक रह चुके हैं और वर्तमान विधायक भंवर लाल शर्मा हैं. 1985 में पहली बार चुनाव जीते भंवर लाल शर्मा अब तक 6 बार यहां से विधायक बन चुके हैं.
2013 चुनाव का रिजल्ट
भंवरलाल (कांग्रेस)- 86,732 (49%)
अशोक कुमार (बीजेपी)- 79,675 (45%)
2008 चुनाव का रिजल्ट
अशोक कुमार (बीजेपी)- 73,902 (49%)
भंवर लाल (कांग्रेस)- 64,128 (42%)