Advertisement

राजस्थान चुनाव: सियासी शक्ति प्रदर्शन का केंद्र बना पचपदरा विधानसभा

राजस्थान में विधानसभा की कुल 200 सीटें हैं, साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी 163 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. जबकि कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई. बसपा को 3, NPP को 4, NUZP को 2 सीटें मिली थीं. जबकि 7 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते थे.

राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का केंद्र बना बाड़मेर का पचपदरा विधानसभा राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का केंद्र बना बाड़मेर का पचपदरा विधानसभा
विवेक पाठक
  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 3:33 PM IST

राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह लगातार प्रदेश का दौरा कर नेताओं को लेकर जनता और कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल रहे हैं. बुधवार को राजधानी जयपुर में चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में अमित शाह आगे की रणनीति तय करेंगे.

सीटों के लिहाज से राजस्थान के सबसे बड़े क्षेत्र मारवाड़ में जोधपुर संभाग के 6 जिले-बाड़मेर, जैसलमेर, जालौर, जोधपुर, पाली, सिरोही की कुल 33 सीट और नागौर जिले की 10 सीटों को मिलाकर कुल 43 विधानसभा क्षेत्र हैं. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे मारवाड़ में पिछले चुनाव में बीजेपी ने 39 सीट जीत कर इस गढ़ को ढहा दिया. कांग्रेस के खाते में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सीट समेत महज तीन सीट आई जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने कब्जा जमाया.

Advertisement

बाड़मेर जिले की बात करें तो यह जैसलमेर के बाद राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा जिला है. जिले की सात विधानसभा-शिव, बाड़मेर, बायतु, पचपदरा, सिवाना, गुड़ामलानी और चौहटन सीटों में बाड़मेर छोड़कर सभी 6 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. पचपदरा विधानसभा क्षेत्र संख्या 137 की बात करें तो यह सामान्य सीट है. 2011 की जनगणना के अनुसार पचपदरा की कुल जनसंख्या 336624 है जिसका 77.87 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 22.13 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 14.58 फीसदी अनुसूचित जाति और 9.65 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.

2017 की वोटर लिस्ट के मुताबिक यहां पर कुल मतदाताओं की संख्या 213636 है और 229 पोलिंग बूथ हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 74.52 फीसदी वोट और 2014 के लोकसभा चुनाव में 67.24 फीसदी वोट पड़े थें.

Advertisement

गौरतलब है कि पचपदरा में इसी वर्ष जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रिफाइनरी का शुभारंभ किया गया. इस रिफाइनरी की नींव यूपीए सरकार के दौरान रखी गई थी. पिछले एक महीने पचपदरा राजनीतिक दलों के लिए शक्ति प्रदर्शन का स्थल बना हुआ है. एक माह में यहां आज तीसरी बड़ी सभा आयोजित हो चुकी है. भाजपा की गौरव यात्रा, कांग्रेस की संकल्प यात्रा रैली के बाद भाजपा में उपेक्षित चल रहे मानवेंद्र सिंह ने स्वाभिमान रैली के जरिये अपनी राजनीतिक एहसास कराया.

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पूर्व विधायक अमरा राम ने कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत को 23237 वोटों से पराजित किया. बीजेपी के अमरा राम को 77476 और कांग्रेस के मदन प्रजापत को 54239 वोट मिले थें.

2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मदन प्रजापत ने लगातार तीन बार से जीत रहे बीजेपी विधायक अमरा राम को 12125 मतों से शिकस्त दी. कांग्रेस के मदन प्रजापत को 51702 और बीजेपी के अमरा राम को 39577 वोट मिले थें.    

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement