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राजस्थान की सियासत में पिछले काफी दिनों से उठापटक की स्थिति नजर आ रही है. अब कोर्ट में लड़ाई जारी है, लेकिन हर किसी का ध्यान इस ओर भी है कि आखिर नंबरगेम के मामले में आगे कौन है. क्या सचिन पायलट के गुट के पास इतनी ताकत है कि वो बागी होकर अशोक गहलोत की सरकार गिरा पाएं या फिर राजनीति का जादूगर अपना कोई और जादू दिखाएगा. मौजूदा आंकड़ों को देखें, तो अशोक गहलोत की स्थिति काफी मजबूत नजर आती है, लेकिन अंत में खेल भी पलट सकता है.
अभी विधानसभा की स्थिति क्या है?
अशोक गहलोत गुट :
कुल नंबर 100 (विधानसभा स्पीकर 1)
• कांग्रेस – 87 (कुल 106, लेकिन 19 बागी)
• निर्दलीय – 10
• बीटीपी 2
CPM 1
सचिन पायलट गुट :
मौजूदा नंबर - 19
निर्दलीय - 3
बीजेपी+ : कुल 75
• भाजपा – 72
• आरएलपी - 3
सीपीएम - 1 (अलग)
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गौरतलब है कि मौजूदा नंबरों के हिसाब से अशोक गहलोत रेस में आगे चल रहे हैं. हालांकि, उनके पास भी बहुमत के करीब या फिर बहुमत जितने ही विधायकों का समर्थन प्राप्त है. लेकिन गहलोत अभी भी अपना गुट मजबूत करने में जुटे हैं.
क्योंकि अगर दो-चार विधायक और भी इधर उधर हो जाते हैं, तो फिर आने वाले वक्त में सरकार चलाने में दिक्कत आ सकती है. यही कारण है कि कांग्रेस लगातार सचिन पायलट और उनके समर्थकों को मनाने में लगी है.
दूसरी ओर सचिन पायलट का गुट जिन 25 विधायकों के साथ का दावा कर रहा था, तो दूर-दूर तक सही होता नहीं दिख रहा है. अभी सचिन पायलट के साथ सिर्फ उतने ही विधायक हैं, जो हाईकोर्ट में दायर याचिका में सहभागी हैं.
ऐसे में अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आती है, तो क्या वो बीजेपी के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार गिराने में सफल हो पाएंगे इसपर संशय बरकरार है. अगर नंबरों को देखें, तो ऐसा मुश्किल लगता है. लेकिन अगर सचिन पायलट, अशोक गहलोत के गुट से और नंबर जुटाने में सफल होते हैं जो बाजी पलट भी सकती है.